Ram Mandir सीता राम मूर्ति: नेपाल से आ रहीं शालिग्राम शिलाएं पहुंच रही यूपी, देख कर क्यों रोने लगे हजारों लोग?

अयोध्या में रामलला मंदिर के गर्भगृह के निर्माण के लिए नेपाल की काली नदी से शालिग्राम शिला लाई जा रही है. नेपाल में शिला की विदाई के वक्त लोग रो पड़े.

Ram Mandir: क्षमा याचना कर गण्डकी नदी से निकाला गया रामलला की मूर्ति के लिए पत्थर, 6.5 करोड़ साल पुराना पाषाण है बहुत खास 

रामलल्ला के दर्शन साल 2024 में आम जनता के लिए खोल दिए जाएंगें और मंदिर निर्माण के क्रम में एक और अध्याय रामलल्ला की प्रतिमा से भी जुड़ने जा रहा है.

अयोध्या में रामलला के लिए क्या-क्या? कितनी जमीन कितने मंदिर, पढ़ें रिपोर्ट

Ram Mandir Construction Update: यूपी के अलग-अलग शहरों के रास्ते अयोध्या आने श्रद्धालुओं के लिए हाईवे पर आउटर में छह गेट बनाए जा रहे हैं.

Ayodhya Ram Mandir: रामलला की मूर्ति की बढ़ेगी हाइट, जानिए अब कितनी ऊंची होगी और क्यों

Ram Temple updates: केंद्र सरकार ने बताया है कि अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 1 जनवरी, 2024 को किया जाएगा.

इस दिन होगा Ram Mandir का भव्य उद्घाटन, गृहमंत्री अमित शाह ने लगाई तारीख पर मुहर

Ayodhya Ram Mandir के निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को रखी थी. अब गृहमंत्री ने मंदिर के उद्घाटन की तारीख बता दी है.

Unique Temple Of India: जीत के लिए नेता इन मंदिरों में टेकते हैं मत्था, दर्शन मात्र से खुल जाती है किस्मत

Famous Temple: देश के कुछ मंदिर हैं जहां चुनाव के दौरान नेताओं की मत्था टेकने के लिए भीड़ लगी रहती है. माना जाता है यहां दर्शन से जीत पक्की होती है.

Ram Mandir के साथ ही अयोध्या में बन जाएगी धन्नीपुर मस्जिद, अस्पताल और लाइब्रेरी भी बनेगी

Ayodhya Masjid Construction: अयोध्या में मस्जिद का निर्माण साल 2023 तक पूरा हो जाएगा. इसी समय तक राम मंदिर का भी काम पूरा होना है.

Video: देव दीपावली पर जगमगाए घाट और मंदिर, अयोध्या और वाराणसी में खास जश्न

राम नगरी अयोध्या में मनाया गया देव दीपावली का पर्व. इस मौके पर अयोध्या में मठ मंदिरों में लाखों दीपक जलाए गए. भारत सरकार ने तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया था. कार्यक्रम का प्रमुख केंद्र रहा सुरसरि मंदिर. जो लाखों दीपों से सजाया गया. शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था. त्रिपुरासुर के वध की खुशी में देवताओं ने काशी में दीये जलाए थे. हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर काशी में देव दिवाली मनाई जाती है. ये दिवाली देवताओं ने मनाई थी, इसलिए इसे देव दिवाली कहा जाता है