Climate Change का बढ़ रहा खतरा, प्रधानमंत्री फसल बीमा में बदलाव को लेकर तैयार केंद्र, क्या किसानों को मिलेगा फायदा?
Climate Change Crisis: जलवायु परिवर्तन का असर अब नजर आने लगा है. मौसम की मार से फसलें प्रभावित होने लगी हैं.
Durban Flood में 306 लोगों की मौत, बह गए मकान, स्कूलों की इमारत ढही
दक्षिण अफ्रीका में डरबन शहर और पूर्वी क्वाजुलु-नेटल प्रांत में भारी बारिश और बाढ़ में कम से कम 306 लोगों की मौत हुई है.
सिर्फ देश में ही नहीं, दुनिया में भी बढ़ रही Heatwave, ध्रुवों पर भी बढ़ी गर्मी, आखिर क्यों?
बदलते जलवायु का असर अब उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर भी देखने को मिल रहा है. ऐसा मौसम पहले कभी भी नहीं देखा गया था.
क्लाइमेट चेंज बदल रहा है फूलों के रंग, मधुमक्खियों के अस्तित्व पर भी खतरा
ओज़ोन परतों के फटने की वजह से या उनमें छेद होने की वजह से तापमान में वृद्धि हुई है. तापमान का काफ़ी असर फूलों के रंग और पराग पर पड़ता है.
DNA Explainer - क्या है ग्लोबल वार्मिंग और कितना खतरनाक है इसका असर
यदि धरती के तापमान में बढ़ोत्तरी इसी तरह चलती रही, तो परिणाम खतरनाक हो सकते हैं.
साफ हवा में सांस लेना हुआ मुश्किल, ऐसे बनाएं घर की एयर क्वालिटी को बेहतर
इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि सर्दी के मौसम में एयर पॉल्युशन बढ़ जाता है. इसके बारे में आप अपने फोन के वेदर चेकिंग एप्स से पता भी कर सकते हैं. कई ऐसे ऐप हैं, जो आपको आपके शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स के बारे में जानकारी देते हैं. अगर आप अपने घर के अंदर एयर क्वालिटी की जांच करना चाहते हैं, तो एयर क्वालिटी मॉनिटर का इस्तेमाल कर सकते हैं. घर के अंदर एयर क्वालिटी की बात हो या घर के बाहर सर्दी के मौसम में दोनों ही जगह पर इसका बढ़ा हुआ होना हैरान नहीं करता है. ऐसे में क्या करें कि हम बेहतर हवा में सांस ले पाएं? इसकी शुरुआत सबसे पहले अपने घर से करते हैं. कुछ ऐसा करते हैं, जिससे कम से कम आप अपने घर के अंदर ही हवा को प्रदूषण मुक्त बना पाएं. रिसर्च बताती हैं कि घर के अंदर की हवा बाहर की तुलना में अधिक प्रदूषित होती है और सेहत पर ज्यादा खराब असर डाल सकती है. ऐसे में जानते हैं उन तरीकों के बारे में जिससे आप अपने घर के अंदर की हवा को बेहतर बना सकते हैं-
ग्लोबल वार्मिंग कम करने में आप भी कर सकते हैं मदद, जानें 10 उपाय
ग्लोबल वार्मिंग का सीधा मतलब है धरती का जरूरत से ज्यादा गर्म होते जाना. बीते 140 सालों में धरती का तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक बढ़ चुका है.
DNA एक्सप्लेनर: क्या है क्लाइमेट चेंज, ग्लेशियर पिघलने और आइलैंड डूबने से इसका क्या है संबंध?
जलवायु परिवर्तन की बड़ी वजह प्राकृतिक संसाधनों का कृत्रिम तरीके से अनियमित दोहन है.
कनाडा के इस डॉक्टर को मिला क्लाइमेंट चेंज का पहला मरीज मिला
डॉक्टर मेरिट को क्लाइमेट चेंज पहला ऐसा मरीज मिला जिसके खराब स्वास्थ्य के लिए वायु की गुणवत्ता और गर्व हवाएं जिम्मेदार थीं.
दुनिया में घातक गर्मी झेल रहे 50 में से 17 शहर भारत के हैं, दूसरे नंबर पर है दिल्ली
जलवायु परिवर्तन (Climate Change) से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले देशों में भारत भी एक है. यह बात एक शोध में सामने आई है.