डीएनए हिंदी : सेतु प्रकाशन की ओर से श्रेष्ठ पांडुलिपि पर दिया जाने वाला वार्षिक पुरस्कार इस साल कथाकार राजू शर्मा को दिया जाएगा. पुरस्कार अर्पण समारोह 6 दिसंबर को नई दिल्ली में मंडी हाउस स्थित त्रिवेणी कला संगम के सभागार में आयोजित होगा. इसी दिन सेतु प्रकाशन का स्थापना दिवस भी है.
सेतु पांडुलिपि पुरस्कार योजना (2023) के लिए आई सौ से अधिक पांडुलिपियों में से राजू शर्मा की पांडुलिपि 'मतिभ्रम' को पुरस्कार के लिए चुना गया. चयन समिति में शामिल वरिष्ठ कथाकार ममता कालिया, प्रख्यात कथाकार और तद्भव पत्रिका के संपादक अखिलेश, चर्चित कवि मदन कश्यप और सेतु प्रकाशन समूह की प्रबंधक अमिता पांडेय ने सर्वसम्मति से 'मतिभ्रम' को पुरस्कृत करने का निर्णय किया. नौकरशाही की पृष्ठभूमि पर लिखे अपने इस नए उपन्यास में राजू शर्मा ने समकालीन भारत की विसंगतियों को बड़े तीखे ढंग से उजागर किया है.
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पुरस्कृत कृति के लोकार्पण के साथ आयोजित परिचर्चा में मुख्य रूप से ममता कालिया, मदन कश्यप, अखिलेश, रवींद्र त्रिपाठी और संजीव कुमार अपने विचार रखेंगे. सेतु प्रकाशन समूह के वार्षिक समारोह का एक और प्रमुख कार्यक्रम सेतु वाग्देवी व्याख्यान भी है. इसके तहत गांधीवादी चिंतक कुमार प्रशांत "गांधी की यह जो अक्षर देह है..." विषय पर व्याख्यान देंगे.
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कथाकार राजू शर्मा को उपन्यास 'मतिभ्रम' के लिए दिया जाएगा दूसरा सेतु पांडुलिपि पुरस्कार