URL (Article/Video/Gallery)
aapki-wall-se
Life : किसी और के शक की वजह से कड़वी होती स्मृतियां
उन्हें अच्छी स्मृतियों के साथ उनकी कविताएं पढ़ते हुए याद करना चाहती हूं पर जाने कैसे जेहन में कड़वाहट घुल जाती है. पर कोशिश करूंगी.
Fantastic Fathers: वे पापा जिन्होंने बेटी के आगे बढ़ने की नींव रखी
थोड़ी देर की चुप्पी के बाद पापा का जवाब था, उसका पहला टूर्नामेंट है और वह बहुत खुश थी, मैं सिर्फ इसलिए उसको नही रोक सकता कि कोई और लड़की नही जा रही.
Life Everyday: जीवन के कुछ कठिन सवालों में से एक सवाल यह भी है कि "आखिर खुशी है क्या?"
खुशी की तलाश शाश्वत है. मज़े की बात यह है कि जिन्हें सुखमय जीवन के समस्त अवयव हासिल हैं, वे भी दुःखी हैं.
Sublime Prose : नूर नहाए रेशम का झूला है शहतूत
शहतूत हम में से अधिकांश लोगों की यादों के दरख्त की एक शाख होगा. उन्हीं मीठे रसीले शहतूतों पर त्रिभुवन का सुंदर गद्य...
- Read more about Sublime Prose : नूर नहाए रेशम का झूला है शहतूत
- Log in to post comments
Love Talks : प्यार का प्यारा सा क़िस्सा
प्यार बड़ा ज़िद्दी परिंदा है . पिंजरा खुला छोड़ दो तब भी उड़ता ही नहीं .हथकड़ी तो नहीं पहनाई मैंने,बेड़ियां तो नहीं डाली.फिर चला क्यों नहीं जाता मुझसे दूर
- Read more about Love Talks : प्यार का प्यारा सा क़िस्सा
- Log in to post comments
Travelogue : दक्षिण भारत का एक दरवाज़ा ऐतिहासिक Mysore भी है
मैसूर वह जगह है जहां से आप तमिलनाडु, केरल और कर्नाटकके अंदरूनी हिस्सो में एक साथ प्रवेश कर सकते हैं.
Himachal Tourism : नग्गर, निकोलस आर्ट गैलरी और मुहब्बत के सफ़हे
निकोलस रोरिक आर्ट गैलरी. इसी में एक छोटा सा म्यूज़ियम भी है जहाँ पर हिमाचल प्रदेश की ट्रेडिशनल आर्ट कल्चर, फोक की झलक मिलती है.
Memory Lane : महंगे नीबूओं के दौर में बगीचे की याद
बाबा जब भी कलकत्ता से छुट्टी पर घर आते तो उनके झोले में टॉफी, नातियों के लिए किताब के अलावे जो अन्य जरूरी सामान होता था वह कोई न कोई पौधा होता था.
- Read more about Memory Lane : महंगे नीबूओं के दौर में बगीचे की याद
- Log in to post comments
Trees & Life : आदिवासियों के लिए जीवनदायिनी है तिरिल
'तिरिल' मुण्डा भाषा परिवार का नाम है. आर्य भाषा परिवार में यानी हिंदी में इसे 'केंदू' या 'तेंदू' के नाम से जाना जाता है.
Memory Lane : साड़ी और यादों के सिलसिले
यादें भी साड़ियों की तरह होती हैं. अलग - अलग अवसर पर अलग - अलग लोगों से मिलती हैं.
- Read more about Memory Lane : साड़ी और यादों के सिलसिले
- Log in to post comments