यूरिक एसिड एक ऐसा पदार्थ है जो शरीर में प्राकृतिक रूप से बनता है और किडनी के जरिए बाहर निकल जाता है. लेकिन जब यह शरीर में जरूरत से ज्यादा जमा होने लगता है तो गठिया जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है. यूरिक एसिड को कम करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं, जिनमें से एक है अपनी डाइट में बदलाव करना. यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बाजरे की रोटी अमृत मानी जाती है. इसमें कई ऐसे गुण होते हैं जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं. आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बाजरे की रोटी खाना कैसे फायदेमंद है.
बाजरे की रोटी के फायदे
फाइबर का अच्छा स्रोत
बाजरे में फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है. फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ-साथ शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है. यह शरीर से यूरिक एसिड को भी बाहर निकालने में मदद करता है.
पाचन तंत्र को रखे स्वस्थ
बाजरे में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है. फाइबर कब्ज, अपच और अन्य पाचन समस्याओं से राहत देता है. यह आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और पाचन क्रिया को नियमित करता है.
यूरिक एसिड को कम करता है
बाजरे में प्यूरीन की मात्रा कम होती है, जो यूरिक एसिड का एक प्रमुख स्रोत है. इसके अलावा, बाजरे में मौजूद फाइबर शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है.
विटामिन और मिनरल्स से भरपूर
बाजरा में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, मैग्नीशियम और आयरन जैसे जरूरी विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं. ये पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
यह भी पढ़ें:सर्दी में साइनस की वजह से सांस लेना भी हुआ मुश्किल तो अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय, मिलेगी राहत
वजन घटाने में
बाजरे में मौजूद फाइबर आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है जिससे आपको बार-बार खाने की इच्छा नहीं होती. इसके अलावा बाजरा एक लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला अनाज है जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. यह वजन घटाने में सहायता करता है और मोटापे के जोखिम को कम करता है.
डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद
बाजरे में मौजूद फाइबर ब्लड शुगर के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाने में मदद करता है, जिससे यह डायबिटीज मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है. बाजरे का नियमित सेवन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में मदद करता है.
एनीमिया से बचाता है
बाजरे में आयरन की मात्रा अधिक होती है जो एनीमिया से बचाने में मदद करता है. एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है. बाजरे का नियमित सेवन आयरन की कमी को पूरा करता है और एनीमिया के खतरे को कम करता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें.)
खबर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
यूरिक एसिड के मरीजों के लिए अमृत है इस आटे से बनी रोटी, रोज खानें से मिलेंगे कई फायदे