डीएनए हिंदी: आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और खानपान अच्छे खासे स्वास्थ्य को बिगाड़ देता है. इसकी वजह से ही कोलेस्ट्राॅल से लेकर डायबिटीज तक का खतरा बढ़ जाता है. इससे दिल से लेकर किडनी तक फेल हो जाती है. इन बीमारियों से बचाने और शरीर को स्वस्थ रखने में पीले आटे की रोटियां बेहद कारगर साबित होती है. पीले आटे की रोटियां खाने मात्र से ही डायबिटीज से लेकर कोलेस्ट्राॅल कंट्रोल हो जाता है. यह नसों को साफ कर बैड कोलेस्ट्राॅल को बाहर कर देता है. इसकी वजह पीले आटे में दर्जनों पोषक तत्वों का पाया जाना है.
हम बात कर रहे हैं बेसन के आटे की, जो एक या दो नहीं, बल्कि दर्जनों पोषक तत्वों से भरपर होता है. इसमें प्रोटीन से लेकर फाइबर समेत कई सारे पोषक तत्व पाएं जाते हैं. बेसन यानी चने के आटे में हाई प्रोटीन होता है. यह क्राॅनिकल बीमारियों के खतरे को कम कर देता है. अगर आप डायबिटीज से लेकर कोलेस्ट्राॅल के शिकार हैं तो बेसन के आटे की रोटियों का सेवन कर सकते हैं. इस आटे से बनी रोटियां खाने से कई सारी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. साथ दिल से लेकर दिमाग तक चुस्त दुरुस्त रहता है. बेसन की रोटियां खाने से सेहत को और भी फायदे मिलते हैं...
इन पोषक तत्वों से भरपूर है बेसन
बेसन दर्जनों पोषक तत्वों से भरपूर है. इसके सेवन से बाॅडी को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम और पोटैशियम मिलता है. यह हार्ट को हेल्दी बनाये रखता है. इसके साथ डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी को दूर रखता है. बेसन की रोटी खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है. यह खून को फिल्टर कर ग्लूकोज को बाहर कर देता है. साथ ही कोलेस्ट्राॅल लेवल को भी कम करने का काम करता है.
ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल
बेसन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है. बेसन की रोटियों को पचने में समय लगता है. इसके चलते शुगर खून में जमा नहीं हो पाता. यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर को मैनेज करने में आसानी होती है. बेसन में मौजूद डाइट्री फाइबर और प्रोटीन शुगर को घटाने का काम करते हैं. स्टडी के अनुसार, खाने के बाद यदि बेसन या काले चने का सेवन किया जाए तो ब्लड शुगर लेवल 36 प्रतिशत तक कम हो सकता है.
दिल को रखता है हेल्दी
बेसन में पोटैशियम से लेकर मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है. इसके साथ ही ऑवरऑल हार्ट डिजीज की आशंका को कम करता है. बेसन में सॉल्यूबल फाइबर मौजूद रहता है, जो ट्राईग्लिसेराइड्स और एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम कर देता है. यह दिल को हेल्दी बनाये रखता है.
वजन को करता है कम
बेसन में प्रोटीन भरमार होता है. इसकी रोटियां खाने से वजन कंट्रोल में रहता है. यह पेट में चर्बी जमा नहीं होने देता है. 100 ग्राम चने में 12 ग्राम डायट्री फाइबर होता है. यही वजह है कि जब बेसन की रोटियां खाएंगे तो बहुत देर तक पेट भरा हुआ महसूस होगा. इससे वजन भी कम रहेगा.
ऐसे कर सकते हैं बेसन का सेवन
न्यूट्रिशनिस्ट एक्सपर्ट बताते हैं कि बेसन में कई सारे पोषक तत्व पाएं जाते हैं. इसका नियमित रूप से भी सेवन किया जा सकता है. बेसन से कई सारी चीजें बनाई जा सकती है. आप बेसन की रोटी बनाकर खा सकते हैं. इसके अलावा पकौड़ी, चिला में भी बेसन का इस्तेमाल कर सकते हैं. बेसन से सत्तू बनाया जाता है. इसकी कचोड़ी बनाने से लेकर पानी में डालकर पिया जाता है. यह प्रोटीन की मात्रा को बढ़ा देता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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इस पीले आटे की रोटी खाते ही कंट्रोल हो जाएगा शुगर और कोलेस्ट्राॅल, सेहत को मिलेंगे ये 5 फायदे