डीएनए हिंदीः तेज गुस्सा या स्ट्रेस में कई बार सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत और चक्कर सा आना कभी सामान्य नहीं होता. असल में ये एंग्जायटी अटैक का संकेत होता है. बहुत कम लोगों को पता होगा कि एंग्जायटी अटैक भी जानलेवा होता है. इसलिए जरूरी है कि आप एंग्जायटी अटैक के संकेतों और कारण को जरूर जान लें.
तनाव या चिंता में रहना कई शारीरिक समस्याओं का कारण होता है और अगर समय पर इस पर ध्यान न दिया जाए तो ये डिप्रेशन ही नहीं एंग्जायटी अटैक का भी कारण बन जाता है. चिंतित रहना एंग्जायटी डिसऑर्डर और खराब मेंटल हेल्थ की निशानी हो सकती है.
एंग्जायटी अटैक का कारण?
एंग्जायटी अटैक के पीछे एक मात्र कारण होता है स्ट्रेस. स्ट्रेस का अधिक होना बेहद खतरनाक होता है और कई बार जब तनाव का स्तर अचानक से ज्यादा होता है तब ऐसे अटैक आते हैं.एंग्जायटी अटैक के पीछे एड्रेनल फटीग होता है. जब भी शारीरिक या भावनात्मक तनाव पड़ता है, तो एड्रेनल ग्लैंड कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हॉर्मोन का उत्पादन करती है. यही हॉर्मोन एंग्जायटी अटैक लाता है. ये अटैक उनमें ज्यादा आते हैं जो लंबे समय से किसी अवसाद, किसी को खोने या ब्रेकअप का दर्द झेल रहे हैं.
एंग्जायटी अटैक या पैनिक अटैक की पहचान
- सांस फूलना
- गले में कुछ फंसा महसूस करना
- छाती में दर्द
- जी मिचलाना
- चक्कर आना
- हाथ-पैर सुन्न पड़ना,
- अत्यधिक गुस्सा
- तेज धड़कन
- पसीना आना
- कांपना
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एंग्जायटी अटैक के छिपे हुए कारण
खराब माहौल
सबसे बड़ा कारण खराब माहौल ही होता है, जिससे पैनिक अटैक आता है. मनोकुल हालात या माहौल न मिलने से ये समस्या ट्रिगर होती है.
खराब गट हेल्थ
आंत या पेट में खराबी भी एक वजह एंग्जायटी अटैक की होती है, क्योंकि इसकी वजह से स्ट्रेस हार्मोन का लेवल बढ़ता है और दिमाग को गड़बड़ी के संकेत मिलते हैं, जिससे चिंता, तनाव या अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं पैदा होने लगती हैं.
पोषक तत्वों की कमी
जरूरी पोषक तत्वों की कमी के कारण भी एंग्जायटी अटैक आ सकता है. कई शोध में एंग्जायटी व पैनिक अटैक के पीछे विटामिन बी6 और आयरन की कमी देखी गई है. ये दोनों पोषक तत्व मेंटल हेल्थ को सही रखने वाले सेरोटोनिन हॉर्मोन के उत्पादन के लिए जरूरी हैं.
ग्लूटेन सेंसिटिविटी और सीलिएक डिजीज
इन बीमारी में ग्लूटेन वाले फूड खाने भी एंग्जायटी अटैक आता है. कुछ रिसर्च बताती हैं कि ग्लूटेन एलर्जी से परेशान मरीजों में ग्लूटेन फ्री फूड खाने से चिंता को कम किया जा सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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Anxiety Attack: छाती में दर्द और तेज धड़कन एंग्जायटी अटैक का संकेत, स्ट्रेस का बढ़ना भी होता है जानलेवा