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Phoswal Festival 2023: दूसरे दिन लेखक-कवि फकरुल आलम ने बांग्लादेश में हुई हिंसा की आपबीती सुनाई

Discussion on War: बांग्लादेश से आए लेखक-कवि फकरुल आलम ने कहा, "इतिहास को हम जबरन बदल नहीं सकते." उन्होंने बांग्लादेश में हुई हिंसा की विभीषिका की आपबीती भी सुनाई. उन्होंने कहा, "हर लेखक शांति चाहता है. अगर वह युद्ध पर लिखता है तो शांति की चाह में लिखता है."

कथाकार राजू शर्मा को उपन्यास 'मतिभ्रम' के लिए दिया जाएगा दूसरा सेतु पांडुलिपि पुरस्कार

Novel Matibhram: नौकरशाही की पृष्ठभूमि पर लिखे इस नए उपन्यास 'मतिभ्रम' में राजू शर्मा ने समकालीन भारत की विसंगतियों को बड़े तीखे ढंग से उजागर किया है. सम्मान समारोह के रोज ही इस उपन्यास का लोकार्पण भी किया जाएगा, जिसपर चर्चा करेंगे ममता कालिया, मदन कश्यप, अखिलेश, रवींद्र त्रिपाठी और संजीव कुमार.

DNA Katha Sahitya: अर्पण कुमार की कहानी 'ऑफिस की कार, एक अनार सौ बीमार'

DNA Katha: पदोन्नति और मनोनुकूल स्थानांतरण के लिए उन्होंने कितने पापड़ बेले होंगे, कितने कंधों का इस्तेमाल किया होगा, कितने सहकर्मियों का पत्ता काटा होगा- अभिनव अंदाज लगाना चाहता और हार जाता. सरोज की डीएनए मैपिंग उसके वश से बाहर की बात थी.

Phoswal Literature Festival 2023: दिल्ली में शुरू हुआ चार दिनी महोत्सव, वक्ता बोले- वैश्विक ईश्वर न हिंदू था न मुसलमान

SAARC Writers: भक्ति, सूफी और बौद्ध धर्म पर प्रो हरबंस मुखिया, केटीएस राव और शैल मायरा ने अपने विचार रखे. प्रो मुखिया ने कहा, 'भक्तिकाल के कवि कबीर ने एक वैश्विक ईश्वर से हमारा परिचय करवाया. वह ईश्वर न हिंदू था न मुसलमान. उन्होंने प्रथाओं और लोगों के संकुचित विचारों में जकड़े ईश्वर को मुक्त किया.'

Literaria 2023 3rd Day: कविता, कहानी, संवाद, गीत और नाट्य मंचन के साथ सम्पन्न हुआ लिटरेरिया 2023

Literaria 2023 3rd Day: फिल्म निर्देशक और कवि अविनाश दास ने कहा कि सबसे अच्छी एक्टिंग वही है, जो एक्टिंग नहीं है. आलोचक और इतिहासकार हितेंद्र पटेल ने कहा कि सिनेमा में कैसे व्यंग्य के माध्यम से विचार लाया जाए - यह महत्वपूर्ण प्रश्न है.

Literaria 2023: गायन, विमर्श और मंचन से भरापूरा रहा महोत्सव का दूसरा दिन

Literaria 2023 2nd Day: लिटरेरिया 2023 के दूसरे दिन शनिवार की शुरुआत वसु गंधर्व के गायन से हुई. बालमुकुंद गुप्त की रचना 'शिवशंभु के चिट्ठे' पर केंद्रित संवाद सत्र 'अंग्रेजी राज में शिवशंभु के चिट्ठे' का आयोजन हुआ. अंत में ऋतेश कुमार के निर्देशन में प्रहसन 'वको ध्यानम्' का मंचन हुआ.

Literaria 2023 का पहला दिन: विचार पर भी केंद्रित करना होगा अपना सरोकार : उदय प्रकाश

Literaria 2023 First Day: पहले दिन के दूसरे सत्र की अध्यक्षता आलोचक सुधीश पचौरी ने की. उन्होंने अपने वक्तव्य में व्यंग्य के महत्त्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि हम‌ सबके‌ भीतर ‌एक‌ परसाई है जो ताकतवर,‌ शोषक‌ वर्ग के विरुद्ध व्यंग्य के‌ माध्यम से प्रतिरोध व्यक्त करता है.

DNA Kavita Sahitya: मानवीय ऊष्मा से भरी-पूरी प्रकाश देवकुलिश की सात कविताएं

DNA Poetry: प्रकाश देवकुलिश संस्कृति, संस्कार और सरोकार के कवि हैं. उनकी कविताओं में मनुष्यता की ऊष्मा है. आत्मीयता का बहाव है. संवेदनशीलता की गहरी परतें हैं. वे 'रधिया दाई' की बात करें या 'अनंदी महतो की कुदाल' की, इनसान और उसकी इनसानियत को बिल्कुल जड़ से पकड़ते हैं.

DNA Katha Sahitya: प्रकृति और पर्यावरण चिंता से लबरेज मार्टिन जॉन की कहानी 'दर्द-ए-दरख्त'

Environmental Concern: पश्चिम बंगाल में रहनेवाले और रेलवे की नौकरी से सेवानिवृत्त हुए मार्टिन जॉन का जन्म झारखंड में हुआ था. शायद यह भी एक वजह है कि उनकी कहानियों में पर्यावरण की चिंता झलकती है. DNA Lit में छापी जा रही यह कहानी भी प्रकृति के प्रति जॉन की सजगता दिखाती है.

फोसवाल साहित्य महोत्सव 2023 का आयोजन 3 से 6 दिसंबर तक नई दिल्ली में

Arts and Literature: फोसवाल महोत्सव में भारत सहित नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका के लेखक, साहित्यकार व कलाप्रेमी भाग लेने पहुंचेंगे. महोत्सव के पहले सत्र में भक्ति, बौद्ध धर्म और सूफीवाद पर विमर्श होगा. बाद के कई सत्रों में दो संवेदनहीन युद्धों की पीड़ा पर विभिन्न वक्ता अपनी राय रखेंगे.