डीएनए हिंदी : नीलांबर के वार्षिकोत्सव लिटरेरिया 2023 के दूसरे दिन शनिवार की शुरुआत वसु गंधर्व के गायन से हुई. इस दिन आयोजित युवा संवाद सत्र का विषय था 'विकलांग श्रद्धा का दौर और हम'. इस सत्र में पूजा मिश्र, अन्वेषा कबिरत्ना, कालू तमांग और भानु प्रताप पांडेय ने बतौर वक्ता शिरकत की. सत्र का संचालन युवा आलोचक दिनेश राय ने किया. दरअसल यह सत्र नीलांबर की ओर से की गई युवा प्रतिभाओं को तलाशने व तराशने की साहित्यिक पहल है. इससे पहले हुए सांस्कृतिक सत्र का संचालन प्रियंका सिंह ने किया.
इस दिन का मुख्य आकर्षक रहा बालमुकुंद गुप्त की रचना 'शिवशंभु के चिट्ठे' पर केंद्रित संवाद सत्र 'अंग्रेजी राज में शिवशंभु के चिट्ठे'. इस सत्र में आलोचक विनय मिश्र ने इस रचना को आधुनिक युग का प्रस्थान बिंदु बताया. आलोचक वेद रमण के मुताबिक, सामान्य रूप से यह मान्यता है कि भारत भाग्यवादियों की भूमि है. जबकि बालमुकुंद गुप्त ने कहा कि यह कर्मवादियों का देश है. कवि और लेखक उदयन वाजपेयी ने बालमुकुंद गुप्त को हिंदी का पहला बुद्धिजीवी बताया. उन्होंने कहा कि बुद्धिजीवी राजसत्ता और प्रजा के बीच की खाई पाटता है. यही काम बालमुकुन्द गुप्त ने अपने 'चिट्ठे' में किया है. सत्र की अध्यक्षता आलोचक और विचारक सुधीश पचौरी ने की. उन्होंने कहा कि व्यंग्य भाषा के भीतर अहिंसा के लिए जगह देता है. व्यंग्य के भीतर उतने ही निशान होते हैं जितना अधिक दमन होता है. संवाद सत्र का संचालन हंस राज ने किया.
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वको ध्यानम् का मंचन
कविता पाठ के सत्र में शामिल थे उदयन वाजपेयी, हरीशचंद्र पांडेय, निशांत, विवेक चतुर्वेदी और संजय भिसे. सत्र का संचालन गुलनाज बेगम ने किया. दिन के अंत में ऋतेश कुमार के निर्देशन में प्रहसन 'वको ध्यानम्' का मंचन हुआ. इस मंचन को दर्शकों ने खूब सराहा. इसके कलाकारों में पूनम सिंह, दीपक ठाकुर, विशाल पांडेय, अमित मिश्रा, अपराजिता विनय, निखिल विनय, अमित चौधरी, तनिष्का सेनगुप्ता, प्राची सिंह, युवराज सिंह, लोकाव्या राय शामिल रहे. सत्र का संचालन रचना सरन ने किया. लिटरेरिया 2023 के इस दिन के लिए धन्यवाद ज्ञापन सीमा शर्मा ने किया.
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Literaria 2023: गायन, विमर्श और मंचन से भरापूरा रहा महोत्सव का दूसरा दिन