DNA Ghazal Sahitya : शोर के बीच भी सुनाई देती हैं भवेश दिलशाद की गजलों की चुप्पी

DNA Ghazal: दिलशाद की गजलों की जो खूबी उन्हें 'अलग' श्रेणी में खड़ा करती है उसका संबंध छंद मिलाने से नहीं है. दो पंक्तियों में व्यंग्य करने से भी नहीं. किसी तरह का विवरण देने से भी नहीं है. इन सबसे इतर भाषा के जिस स्तर को छूकर गजल भावनाओं का संसार रचती है, वह आपको दिलशाद में नुमाया होंगी.

आदिवासी साहित्य सिर्फ हिंसा झेल रहे प्रतिरोधी जीवन का बयान नहीं : लानुसांगला त्जुदिर

Jaipal-Julius-Hanna sahitya samaroh: आदिवासी लोग केवल दुख और संघर्ष को जीवन का पर्याय नहीं मानते. वे शांतिप्रिय, सहजीवी दुनिया के पक्षधर हैं और अपने साहित्य में इसी को रचनात्मक काल्पनिक कौशल के साथ प्रस्तुत करते हैं. ये बातें नागालैंड से आईं आओ-नागा साहित्यकार और प्रकाशक लानुसांगला त्जुदिर ने कहीं.

DNA Kavita Sahitya: बेचैनियों से भरीं कवि मुक्ति शाहदेव की छह कविताएं

DNA Lit: मुक्ति शाहदेव की कविताओं में देशज शब्दों का सहज प्रयोग देखने को मिलता है. 'सोंटी', 'काठी चूल्हा', 'बिचला कोठरी', 'छिलका' जैसे शब्द जैसे कविता में झारखंडी परिवेश को जिंदा कर देते हैं.

DNA Katha Sahitya: द्वंद्व और प्रेम में पगी विजयश्री तनवीर की कहानी 'अनुपमा गांगुली का चौथा प्यार'

Love Story: विजयश्री तनवीर के हिस्से अब तक कविताओं का एक संग्रह और कहानियों के दो संग्रह आ चुके हैं. कविता संग्रह 'तपती रेत पर' और कहानियों के संग्रह 'अनुपमा गांगुली का चौथा प्यार' और 'सिस्टर लिसा की रान पर रुकी हुई रात' हैं. विजयश्री को कहानी 'गांठ' के लिए हंस कथा सम्मान मिल चुका है.

Book Review: विसंगतियों की नब्ज टटोलती लघुकथाओं का संग्रह 'वक़्त कहाँ लौट पाता है'

Short Stories: रेडियो के शॉर्ट वेब और मीडियम वेब तरंगों की तरह ही कविता, कहानी, उपन्यास... और साहित्येतर विधाओं की अपनी-अपनी रेंज होती है. इस भागती-दौड़ती जिंदगी में साहित्य में नए पाठकों को जोड़ने का काम लघुकथाएं कर सकती हैं. इसलिए भी लघुकथा संग्रह 'वक़्त कहाँ लौट पाता है' का स्वागत होना चाहिए.

DNA Katha Sahitya: युवा कथाकार ट्विंकल रक्षिता की कहानी 'फर्कबंधन'

DNA Katha Sahitya: युवा कथाकार ट्विंकल रक्षिता की कहानियों में अक्सर पात्रों का द्वंद्व पाठकों के लिए अपना सा हो जाता है. कहानियों के पात्र जितना अपनी समस्याओं और सवालों से जूझते हैं, पाठक भी उससे उतना ही जूझता है. तो आइए पढ़ें ट्विंकल रक्षिता की कहानी 'फर्कबंधन'.

आदिवासी जीवन की पैरोकार कविताएं, पढ़ें कवि-एक्टिविस्ट वंदना टेटे की तीन रचनाएं

Tribal Life: आदिवासी कवि-एक्टिविस्ट वंदना टेटे की कविताओं, लेखों में आदिवासी जीवन और उनका समाज खूब उभर कर आता है. देश भर के साहित्यिक व अकादमिक संगोष्ठियों में दिए गए उनके वक्तव्य आदिवासी जीवन दर्शन के रूप में पहचाने गए.

विनय शर्मा को 'रवि दवे स्मृति सम्मान' और अजय राय को 'निनाद सम्मान' देने की घोषणा

Art-Culture Award: नीलांबर संस्था के उपसचिव और मीडिया प्रभारी आनंद ने बताया कि ये दोनों सम्मान साहित्योत्सव लिटरेरिया 2023 के दौरान दिए जाएंगे. बता दें कि इस वर्ष साहित्य लिटरेरिया का आयोजन 1 से 3 दिसंबर तक कोलकाता के बीसी राय ऑडिटोरियम, सियालदह में किया जाएगा.

Reader's Review: 'शहर से दस किलोमीटर' दूर बसी बस्ती को इस बार नहीं कर सकेंगे अनदेखा

Reader's Review: वरिष्ठ रचनाकार नीलेश रघुवंशी के ताजा उपन्यास 'शहर से दस किलोमीटर' पर पाठकीय टिप्पणी की हैं कथाकार विनीता बाडमेरा ने. राजस्थान के अजमेर की रहनेवाली विनीता बाडमेरा खुद कहानीकार हैं. उनकी कहानियों के संग्रह का नाम है 'एक बार, आख़िरी बार'. वे एक संवेदनशील कवि भी हैं.

इन 3 रचनाकारों को मिलेगा जयपाल-जुलियुस-हन्ना साहित्य सम्मान, 26 नवंबर को होगा समारोह

Tribal Literature: ‘जयपाल-जुलियुस-हन्ना साहित्य सम्मान’ के लिए अरुणाचल की डॉ. ताबिङ तुनुङ, महाराष्ट्र के संतोष पावरा और पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार की डॉ. पूजा प्रभा एक्का का चयन किया गया है. बता दें कि आदिवासी भाषा, लेखन और साहित्य को प्रोत्साहित करने के लिए इस अवार्ड की स्थापना पिछले साल की गई है.