Literaria 2023: गायन, विमर्श और मंचन से भरापूरा रहा महोत्सव का दूसरा दिन

Literaria 2023 2nd Day: लिटरेरिया 2023 के दूसरे दिन शनिवार की शुरुआत वसु गंधर्व के गायन से हुई. बालमुकुंद गुप्त की रचना 'शिवशंभु के चिट्ठे' पर केंद्रित संवाद सत्र 'अंग्रेजी राज में शिवशंभु के चिट्ठे' का आयोजन हुआ. अंत में ऋतेश कुमार के निर्देशन में प्रहसन 'वको ध्यानम्' का मंचन हुआ.

Literaria 2023 का पहला दिन: विचार पर भी केंद्रित करना होगा अपना सरोकार : उदय प्रकाश

Literaria 2023 First Day: पहले दिन के दूसरे सत्र की अध्यक्षता आलोचक सुधीश पचौरी ने की. उन्होंने अपने वक्तव्य में व्यंग्य के महत्त्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि हम‌ सबके‌ भीतर ‌एक‌ परसाई है जो ताकतवर,‌ शोषक‌ वर्ग के विरुद्ध व्यंग्य के‌ माध्यम से प्रतिरोध व्यक्त करता है.

DNA Kavita Sahitya: मानवीय ऊष्मा से भरी-पूरी प्रकाश देवकुलिश की सात कविताएं

DNA Poetry: प्रकाश देवकुलिश संस्कृति, संस्कार और सरोकार के कवि हैं. उनकी कविताओं में मनुष्यता की ऊष्मा है. आत्मीयता का बहाव है. संवेदनशीलता की गहरी परतें हैं. वे 'रधिया दाई' की बात करें या 'अनंदी महतो की कुदाल' की, इनसान और उसकी इनसानियत को बिल्कुल जड़ से पकड़ते हैं.

DNA Katha Sahitya: प्रकृति और पर्यावरण चिंता से लबरेज मार्टिन जॉन की कहानी 'दर्द-ए-दरख्त'

Environmental Concern: पश्चिम बंगाल में रहनेवाले और रेलवे की नौकरी से सेवानिवृत्त हुए मार्टिन जॉन का जन्म झारखंड में हुआ था. शायद यह भी एक वजह है कि उनकी कहानियों में पर्यावरण की चिंता झलकती है. DNA Lit में छापी जा रही यह कहानी भी प्रकृति के प्रति जॉन की सजगता दिखाती है.

फोसवाल साहित्य महोत्सव 2023 का आयोजन 3 से 6 दिसंबर तक नई दिल्ली में

Arts and Literature: फोसवाल महोत्सव में भारत सहित नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका के लेखक, साहित्यकार व कलाप्रेमी भाग लेने पहुंचेंगे. महोत्सव के पहले सत्र में भक्ति, बौद्ध धर्म और सूफीवाद पर विमर्श होगा. बाद के कई सत्रों में दो संवेदनहीन युद्धों की पीड़ा पर विभिन्न वक्ता अपनी राय रखेंगे.

Literaria 2023: नीलांबर के वार्षिकोत्सव लिटरेरिया 2023 का आयोजन 1 से 3 दिसंबर तक सियालदह में

Literaria 2023: लिटरेरिया फेस्टिवल के तीसरे और अंतिम दिन नीलांबर द्वारा घोषित 'रवि दवे सम्मान' और 'निनाद सम्मान' क्रमशः विनय शर्मा और अजय राय को दिए जाएंगे. इस तीन दिनी समारोह में विभिन्न मुद्दों पर विशेषज्ञों का अलग-अलग पैनल विचार-विमर्श करेगा. साथ ही काव्य पाठ और नाट्य मंचन होंगे.

DNA Kavita Sahitya: फिल्म लेखक-निर्देशक अविनाश दास की जीवन को छूतीं टटकी कविताएं

Poetry Collection: अनारकली ऑफ आरावाली के बाद अविनाश दास ने ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए भी फिल्में कई वेब सीरीज का निर्देशन किया. रात बाकी है, शी, यू शेप की गुगली ऐसे ही कुछ नाम हैं. फिल्मों से जुड़ने के बाद भी अविनाश कविताएं रचते रहे. उनकी ऐसी ही कविताओं का संग्रह है 'जीवन कर्जा गाड़ी है'.

DNA Katha Sahitya: प्रेम और समर्पण के रेशे से बुनी अर्चना सिन्हा की कहानी अपराधमुक्ति

DNA Katha: अर्चना सिन्हा की कहानियों के केंद्रीय पात्र मध्यवर्गीय स्त्रियां होती हैं. ये स्त्रियां विचार करना जानती हैं, तर्क करना जानती हैं, जिरह करना जानती हैं, भावनाएं नियंत्रित करना या उन्हें मार देना जानती हैं. लेकिन ये स्त्रियां स्वाभिमानी भी हैं और जीवन को अपने आदर्शों और शर्तों पर जीती हैं.

DNA Kavita Sahitya: प्रेम में पगी स्त्री का घर-संसार रचती हैं युवा कवि शैलजा पाठक की कविताएं

Hindi Poetry: शैलजा पाठक की कविताओं में रिश्तों की खुशबू है, प्यार के चटख रंग हैं और गांव-घर की यादें हैं. इन कविताओं में आपको प्रेम सहेजने का नायाब मंत्र मिलेगा, उसे जीने की जादुई राह दिखेगी. इस राह की चमक के साथ कहीं वह अंधेरा भी कुनमुनाएगा जहां बिखरे हुए लोग हैं, टूटे सपने हैं, खोई हुई दुनिया है.

DNA Katha Sahitya: काल्पनिक संशय की धुंध छांटती प्रमोद द्विवेदी की कहानी 'बुखार उतर गया'

Social Psychology: प्रमोद द्विवेदी ने पत्रकारिता में एक लंबी पारी खेली है. इस बीच समाज को जानने-समझने की उनकी दृष्टि और पैनी हुई है. उन्हें पता है कि अब के दौर में एक-दूसरे को लेकर हमसब काल्पनिक संशय की दुनिया में जी रहे हैं. इसी संशय का ताना-बाना बुनती है प्रमोद द्विवेदी की कहानी 'बुखार उतर गया'.