Zee Opinion Poll: बुंदेलखंड में BSP का वोट बैंक खिसका, जानिए BJP और SP को कितना फायदा?
बुंदेलखंड में बीजेपी का वोट शेयर 13 प्रतिशत बढ़ता दिखाई रहा है इसके बावजूद एक सीट का नुकसान भी नजर आ रहा है.
अपर्णा के BJP में जाने के बाद Akhilesh Yadav ने कही ये बड़ी बात, किया 18 हजार रुपये पेंशन का ऐलान
आज ही बीजेपी में शामिल हुई हैं मुलायम परिवार की बहू अपर्णा यादव.
UP Election 2022: कहीं काशी के Kejriwal न बन जाएं Bhim Army चीफ Chandrashekhar Azad
चंद्रशेखर आजाद की गिनती तेज तर्रार नेता के तौर पर होती है. राजनीतिक अनुभव न के बराबर होने के बाद भी उन्हें लेकर एसटी/एससी वर्ग के युवाओं में जबर्दस्त क्रेज देखने को मिलता है.
Mulayam की बहू Aparna Yadav हुईं BJP में शामिल, क्या बढ़ाएंगी Akhilesh की मुश्किलें?
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव बीजेपी में शामिल हो गई हैं. सपा के लिए बड़े सियासी झटके के तौर पर इसे देखा जा रहा है.
UP Election 2022: बीजेपी ने जारी की दूसरी लिस्ट, जानें किसे मिला टिकट
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने 2 और प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. इस सूची में सिर्फ और 2 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है.
UP Election 2022: न अखिलेश न मायावती का मिला साथ, अकेले हुए चंद्रशेखर थामेंगे 'हाथ?'
उत्तर प्रदेश चुनाव में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को न तो मायावती से ही साथ मिला है और न ही अखिलेश यादव से. भीम आर्मी चीफ को अब कांग्रेस से आस है.
PM मोदी आज BJP कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद, देंगे UP में जीत का मंत्र
Uttar Pradesh Assembly Election 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और उन्हें यूपी विधानसभा में जीत का मंत्र देंगे.
UP Election 2022: पूर्वांचल के लिए BJP का प्लान, मोदी-योगी की जोड़ी को वोटों में बनाना है 'उपयोगी'
UP Election 2022 को इस बार पीएम और सीएम के लिए प्रतिष्ठा के तौर पर देखा जा रहा है. पूर्वांचल को फतह करने के लिए बीजेपी ने खास प्लान भी तैयार किया है.
क्या बदलेगी पंजाब चुनाव की तारीख? राजनीतिक पार्टियों की मांग पर EC आज करेगा फैसला
Punjab Assembly Election 2022: 14 फरवरी को रविदास जयंती के दिन अनुसूचित जाति के लोग पंजाब से बाहर जा सकते हैं.
BJP से बर्खास्त होने के बाद बोले हरक सिंह रावत, 'मेरे मुंह खोलने पर होगा विस्फोट'
सूत्रों की मानें तो हरक सिंह रावत अपनी पुत्रवधू के लिए लैंसडौन से टिकट चाहते थे. खुद भी कोटद्वार सीट को छोड़कर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे.