डीएनए हिंदीः डायबिटीज दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बीमारियों में से एक है. आजकल किसी भी उम्र के व्यक्ति को डायबिटीज हो सकता है. डायबिटीज दो प्रकार का होता है. डायबिटीज का रोग ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाने के कारण होता है. अगर समय रहते ब्लड शुगर को नियंत्रित न किया जाए तो शरीर में कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं. डायबिटीज होने पर व्यक्ति को खाने-पीने से लेकर शारीरिक गतिविधियों तक में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हालांकि, कुछ बातों का ध्यान रखकर डायबिटीज के मरीज आसानी से अपने ब्लड शुगर को नियंत्रण में रख सकते हैं.
स्पोर्ट्स मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, अगर डायबिटीज के मरीज दोपहर या रात का खाना खाने के बाद 2-5 मिनट तक हल्की सैर करते हैं, तो ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है. शोध से पता चलता है कि लंबे समय तक बैठने के बजाय खड़े होना और चलना जैसी हल्की शारीरिक गतिविधि, इंसुलिन और ब्लड शुगर के स्तर सहित हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है.
प्रतिदिन 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोध के अनुसार, जो लोग दिन में 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेते हैं, उनके शरीर में पैरासिम्पेथेटिक गतिविधि अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर सामान्य रहता है. इस शोध से यह भी पता चला कि जो लोग अच्छी नींद लेते हैं उनमें इंसुलिन प्रतिक्रिया बढ़ जाती है और शुगर के स्तर में कोई वृद्धि नहीं होती है.
30 मिनट का व्यायाम जोखिम को 40 प्रतिशत तक कम कर देता है
डायबिटीज से बचाव के लिए व्यायाम महत्वपूर्ण है. इस शोध के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से 30 मिनट तक व्यायाम करते हैं, उनमें व्यायाम न करने वाले लोगों की तुलना में टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा 40 प्रतिशत कम होता है. व्यायाम से भी टाइप-1 डायबिटीज नियंत्रित होता है. तेज़ चलना, तैराकी, साइकिल चलाना और नृत्य भी अच्छे व्यायाम हैं.
ब्लड शुगर स्तर की जांच के लिए HbA1c परीक्षण
HbA1C टेस्ट सही ब्लड शुगर लेवल जानने के लिए किया जाता है. जिसमें पिछले 3 महीने का ब्लड शुगर लेवल देखा जाता है. इस टेस्ट से पता चल जाता है कि मरीज की सेहत में कितना सुधार हुआ है. इससे पता चल सकेगा कि मरीज को इंसुलिन की जरूरत है या नहीं. इसलिए हर 3 महीने में HbA1C टेस्ट कराना चाहिए. यह परीक्षण दिन के किसी भी समय किया जा सकता है.
रात 2 बजे से सुबह 8 बजे के बीच ब्लड शुगर बढ़ जाता है
डायबिटीज के मरीजों में रात 2 बजे से सुबह 8 बजे तक ब्लड शुगर बढ़ जाता है. इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं. पसंद करना. नींद के दौरान हार्मोनल बदलाव, इंसुलिन का कम होना, सोने से पहले कोई दवा लेना या कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ खाने के बाद सोना. शुगर के स्तर में बढ़ोतरी से बचने के लिए, सोने से पहले उच्च फाइबर, कम वसा वाला भोजन खाएं. आमतौर पर रात में हल्का भोजन करें; सोने से 2-3 घंटे पहले कैफीन यानी कॉफी, चॉकलेट, सोडा या किसी भी नशीले पदार्थ से बचें. यह कपाल तंत्रिकाओं को उत्तेजित करता है, नींद में खलल डालता है और अनिद्रा का कारण बन सकता है.
डायबिटीज रोगियों के लिए डाइट टिप्स
डायबिटीज रोगियों को सख्त आहार युक्तियों का पालन करना चाहिए. उसे निश्चित समय पर और शांत वातावरण में भोजन करना चाहिए. अधिक भोजन न करें. सुबह का नाश्ता 8-9 बजे के बीच, दोपहर का भोजन 12-1 बजे के बीच और रात का खाना 7-8 बजे के बीच करना चाहिए. रात का खाना नाश्ते और दोपहर के भोजन से हल्का होना चाहिए. डायबिटीज के मरीजों ने मल्टी ग्रेन आटे की रोटी खाई. भोजन की शुरुआत सलाद से करें.
खूब सारा पानी पीओ
द ग्लोबल डायबिटीज कम्युनिटी के अनुसार, पानी में कोई कार्बोहाइड्रेट या कैलोरी नहीं होती है. जैसे ही ब्लड शुगर बढ़ती है, निर्जलीकरण का खतरा बढ़ जाता है. इससे बचने के लिए डायबिटीज के रोगी को खूब पानी पीना चाहिए. खान-पान पर पर्याप्त ध्यान दें. उम्र के अनुसार भोजन का सेवन कम करें. रात को भी खाने के तुरंत बाद 5-10 मिनट तक टहलते रहें.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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ब्लड शुगर नियंत्रण में रखने के लिए रोज खाने के बाद 5 मिनट तक करें ये काम, डायबिटीज रहेगी कंट्रोल