आयुर्वेद किसी भी बीमारी का इलाज करने से पहले उसके मूल कारणों पर ध्यान केंद्रित करता है. इससे रोग के लक्षणों से राहत पाना आसान हो जाता है और रोग को जड़ से खत्म करने में भी सफलता मिलती है. कुछ बीमारियाँ ऐसी होती हैं जो कभी ठीक नहीं होती लेकिन अगर ठीक से प्रबंधन किया जाए तो मरीज स्वस्थ जीवन जी सकता है.
क्योंकि आयुर्वेद प्राकृतिक अवयवों पर आधारित चिकित्सा प्रणाली है. ऐसे में विभिन्न पेड़ों की पत्तियों, फूलों, छाल, फलों का उपयोग करके रोग का इलाज करने का प्रयास किया जाता है. ऐसी ही एक चीज है दालचीनी जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में फायदेमंद है. आइए जानते हैं डायबिटीज में दालचीनी का सेवन कैसे करें और इसके सेवन का सही समय और तरीका क्या है.
क्या आपको दालचीनी का सेवन करना चाहिए?
जिन लोगों में रक्त शर्करा का स्तर उच्च होता है या वे डायबिटीज के रोगी होते हैं, उन्हें अक्सर दालचीनी का सेवन करने की सलाह दी जाती है. दालचीनी में कुछ एंटी-डायबिटिक यौगिक होते हैं, जो इंसुलिन प्रतिक्रिया और रक्त शर्करा के स्तर में सुधार करने का काम करते हैं. इससे डायबिटीज को नियंत्रित करना आसान हो जाता है.
इसका सेवन कैसे करें
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए आप दालचीनी का चूर्ण फांक सकते हैं या इसका पानी यानी काढ़ा भी बना कर ले सकते हैं. ऐसे में दालचीनी की चाय या दालचीनी का पानी पीने जैसे तरीके अपनाए जा सकते हैं. बेहतर परिणाम के लिए इनका सेवन सुबह के समय करने की सलाह दी जाती है.
दालचीनी का पानी कैसे बनाएं
एक गिलास गर्म पानी लें और उसमें दालचीनी के 1-2 टुकड़े डालें. इस पानी को रात भर के लिए ढककर रख दें. अगली सुबह इस पानी को पी लें.
डायबिटीज के लिए दालचीनी की चाय
एक कप पानी में 1-2 दालचीनी की छड़ें डालें. इन दोनों चीजों को कुछ देर के लिए ढककर रख दीजिए. जब दालचीनी थोड़ी फूल जाए या पानी का रंग बदलने लगे तो इस पानी को दालचीनी के साथ उबाल लें. पानी और दालचीनी को 10 मिनट तक उबालने के बाद आंच से उतार लें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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