डीएनए हिंदी: (How To Eat Safed Musli in Diabetes) खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ गलत आदतों की वजह से डायबिटीज की समस्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को सेहत का ध्यान रखने के लिए कई चीजों के खाने की सलाह दी जाती है. उन्हीं में से एक सफेद मूसली है, ये किसी औषधि से कम नहीं है. सफेद मूसली में ऐसे कई गुणकारी तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में बहुत ही फायदेमंद है. इतना ही नहीं सफेद मूसली का उपयोग यौन क्षमता को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई गंभीर बीमारियों के उपचार में किया जाता है. आइए जानते हैं डायबिटीज में सफेद मूसली खाने के फायदे और तरीके...
सफेद मूसली ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए
सफेद मूसली कई पोषक तत्वों का भंडार है, इसमें फाइबर, पोटैशियम, प्रोटीन, कार्ब्स, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं. इसका सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को काफी फायदा मिलता है. ये स्ट्रेस और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है. व्हाइट मूसली एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है. इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं. इसमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करते हैं और शरीर को भी हेल्दी बनाए रखते है.
कैंसर में फायदेमंद है मूसली
कैंसर एक घातक बीमारी है, जिसका इलाज सही समय पर न किया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकता है. ऐसे में सफेद मूसली का अगर आप रोजाना सेवन करते हैं तो कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में मदद मिलेगी.
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए
डायबिटीज के पेशेंट्स में हार्ट से जुड़ी परेशानियां देखने को मिलती है. ऐसे में सफेद मूसली का सेवन करने से हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
बूस्ट होगी इम्यूनिटी
इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग करने के लिए आप सफेद मूसली का सेवन कर सकते हैं. इसमें कार्बोहाइड्रेट, फिनॉल, अल्कलॉइड, रेजिन, म्यूसिलेज, स्टेरॉयड,विटामिन, प्रोटीन, सैपोनिन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम और पॉलीसैकराइड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है.
सफेद मूसली का सेवन कैसे करें ?
सफेद मूसली का सेवन डायबिटीज के मरीज कई तरीकों से कर सकते हैं. आप इसका पाउडर बनाकर गुनगुने पानी या फिर दूध के साथ सेवन कर सकते हैं. डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही सफेद मूसली का इस्तेमाल करना चाहिए.
(Disclaier: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
आयुर्वेद की इस जड़ी-बूटी के मुंह में जाते ही कंट्रोल हो जाएगा ब्लड शुगर, दोगुनी रफ्तार से बढ़ेगा इंसुलिन