आजकल की खराब जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण लोग कई तरह की गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं, जिनमें से एक है डायबिटीज (Diabetes). बता दें कि डायबिटीज ऐसी बीमारी है जिसे पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है, इसे केवल खानपान और जीवनशैली में सुधार कर कंट्रोल में रखा जा सकता है. डायबिटीज मरीजों को शुगर लेवल बढ़ने के कारण कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वहीं डायबिटीज को मैनेज न कर पाने के कारण कई लोग डायबिटीज बर्नआउट (Diabetes Burnout) के शिकार हो जाते हैं. आइए जानते हैं क्या है डायबिटीज बर्नआउट और इसके लक्षण क्या हैं...
क्या है डायबिटीज बर्नआउट (What Is Diabetes Burnout)
डायबिटीज बर्नआउट ऐसी स्थिति है, जिसमें मरीज भावनात्मक और शारीरिक रूप से थकावट महसूस करता है. दरअसल, डायबिटीज होने पर मरीज को ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने के लिए नियमित जांच कराना पड़ता है और डाइट में कई तरह के बदलाव भी करने पड़ते हैं. इतना ही नहीं, इसके कारण व्यक्ति को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में डायबिटीज मरीजों को कई बार निराशा, चिंता और थकावट महसूस होने लगती है. इस स्थिति को ही डायबिटीज बर्नआउट के नाम से जाना जाता है.
यह भी पढे़ं- Acne या Pimples नहीं, चेहरे पर निकलने वाले लाल दाने हो सकते हैं इस गंभीर बीमारी के संकेत
क्या हैं डायबिटीज बर्नआउट के लक्षण (Diabetes Burnout Symptoms)
- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट व लाइफस्टाइल बदलावों की अनदेखी
- ऐसी स्थिति में व्यक्ति खुद को इमोशनली थका हुआ महसूस करता है.
- ऐसी स्थिति में मरीज के मूड में बदलाव व चिड़चिड़ापन हो सकता है.
- इसके अलावा इस स्थिति में व्यक्ति समाज से दूरी बनाने लगता है.
- ब्लड शुगर के स्तर में परिवर्तन होना
- तनाव व भावनात्मक दबाव की वजह से ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव होना आदि
क्या हैं डायबिटीज बर्नआउट से बचाव के उपाय (Prevention Tips Of Diabetes Burnout)
ऐसी स्थिति में परिवार, दोस्तों और करीबियों के साथ मिलकर मन की बातों को शेयर करनी चाहिए, क्योंकि ऐसी स्थिति में सपोर्ट सिस्टम बहुत ही जरूरी है. इसके अलावा डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलावों से शुरुआत करें और उनके पूरा होने पर दूसरा लक्ष्य बड़ा करते रहें. अगर शुगर लेवल मैनेज रखने में दिक्कत हो रही है तो डायबिटीज को कंट्रोल व मैनेज करने के लिए अलग-अलग तकनीक अपनाएं.
यह भी पढे़ं- Congenital Heart Disease क्या है? गर्भावस्था में इन गलतियों के कारण बढ़ता है इस बीमारी का खतरा
इन उपायों को अपनाने से आपको डायबिटीज कंट्रोल रखने में मुश्किल नहीं होगी, न ही आपको बोरियत महसूस होगी. इससे आप डायबिटीज आसानी से कंट्रोल रख पाएंगे. इसके अलावा डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट में आवश्यक बदलाव करने के लिए आप डाइटिशियन की मदद ले सकते हैं. साथ ही दवाओं के डोज की मात्रा को कम करने के लिए आप डॉक्टर से बात कर सकते हैं. क्योंकि ऐसे में डॉक्टर मरीज की स्थिति के आधार पर सही सलाह देगें.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Diabetes Burnout क्या है? ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव के साथ दिखें ये लक्षण तो न करें अनदेखा