डीएनए हिंदी: आज के समय में ज्यादातर लोग खुद को फिट रखने के लिए कई विटामिंस का सेवन करते हैं, लेकिन कई बार यह फायदे की जगह नुकसान दे जाता है. इसी तरह विटामिन डी भी है. इसकी शरीर में कमी होने के साथ ही ज्यादा होने पर यह शरीर को दिक्कत करती है. विटामिन डी(Vitamin D) हड्डियों और इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है. इसके साथ ही विटामिन डी की कमी (Vitamin D deficiency in body) होने पर हड्डियां खोखली हो जाती हैं. विटामिन डी की शरीर में कमी ना हो इस वजह से लोग विटामिन डी का ज्यादा सेवन कर लेते हैं, ऐसे में जान का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं विटामिन डी के फायदे और नुकसान...
ज्यादा विटामिन डी के सेवन से भी गल जाएगीं हड्डियां
विटामिन डी का जब कोई इंसान ज्यादा सेवन कर लेता है तो उसके शरीर में विटामिन डी टॉक्सिक नामक समस्या हो जाती है, जिसकी वजह से शरीर की हड्डियों से कैल्शियम हटने लगता है. फिर यह खून में बढ़ जाता है. इस परेशानी को हाइपरकैल्सीमिया (Hypercalcemia) कहते हैं.
शरीर में पत्थर भर जाते है
विटामिन डी के ज्यादा इस्तेमाल से खून में कैल्शियम की मात्रा बढ़ने लगती है, जिस वजह से किडनी कैल्शियम को पेशाब के रास्ते से बाहर निकालने में मदद करती है, लेकिन अगर यूरीन में कैल्शियम की मात्रा बढ़ी तो, इसे हाइपरकैल्सीयूरिया (Hypercalciuria) कहते हैं. शरीर में कैल्शियम इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि गुर्दे इसको पूरा बाहर निकालने में असमर्थ हो जाते हैं. इसी वजह से ये कैल्शियम इनमें छोटे-छोटे पत्थर बनाते हैं, जो किडनी स्टोन की वजह बन जाते है.
भारत के लोगों को इतना विटामिन डी लेना है
भारत में वैसे बहुत से लोग है जो विटामिन डी का सप्लीमेंट नहीं लेते हैं, लेकिन जो लेते हैं. उन्हें भी इसको ज्यादा मात्रा में नहीं लेना है. वह रोजाना दिन में 5 एमजी से 15 एमजी विटामिन डी ले सकते हैं.
बच्चों और गर्भवती महिलाओं की जरूरत
गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को अलग-अलग मात्रा में विटामिन डी की जरूरत पड़ती है, जिस वजह से इस विटामिन की मात्रा कम-ज्यादा हो सकती है. अब किस व्यक्ति को कितना विटामिन डी लेना है, इसकी सलाह डॉक्टर से लें.
इस फूड में विटामिन डी की भरपूर मात्रा होती है
मछली में विटामिन डी भरपूर मात्रा में होता है, जो भी लोग मांस-मच्छी खाते है, उन्हें कभी भी पोषक तत्वों की कमी नहीं होती, वहीं भारत की एक बांगड़ा मछली जिसके सेवन से विटामिन डी की कभी कमी नहीं होती. वैसे इस मछली को मैकेरल मछली भी कहते हैं, ये मछली तमिलनाडु, कर्नाटक, ओडीशा, गोवा और महाराष्ट्र से लगे समुद्र के आसपास मिल जाती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Vitamin D के ज्यादा सेवन से जान का खतरा बढ़ जाता है, शरीर में पत्थर बने जैसी समस्या हो सकती है