डीएनए हिंदी: High Intensity Exercise for Cholesterol - कोलेस्ट्रॉल शरीर की कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक ऐसा तैलीय पदार्थ है, जो डायबिटीज और हार्ट से संबंधित बीमारियों का कारण बनती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है व्यक्ति की एक्टिविटी और इम्यूनिटी कम होती जाती है. जिसकी वजह से उम्र के साथ शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ने लगता है. शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) बढ़ने पर इसके लक्षण शुरुआत से ही दिखने शुरू हो जाते हैं. ऐसे में व्यक्ति को खानपान के साथ साथ अपनी एक्सरसाइज पर भी खास ध्यान देना चाहिए. क्योंकि कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए डाइट के साथ एक्सरसाइज भी अहम भूमिका निभाती है. ऐसे में अगर आप एक्सरसाइज के जरिए अपना कोलेस्ट्रॉल कम करना चाहते हैं, तो इन वर्कआउट्स को जरूर फॉलो करें (Exercise for Cholesterol)
जॉगिंग और रनिंग (Jogging And Running)
रनिंग और जॉगिंग से आप कम समय में अधिक कैलोरी बर्न कर सकते हैं. जिन लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है उन्हें जॉगिंग और रनिंग जैसी हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज का चुनाव करना चाहिए. इससे ब्लड सर्कुलेशन के साथ हार्टबीट में भी इजाफा होता और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है.
यह भी पढ़ें - Diabetes Sweet: सर्दियों में जमकर खाएं ये मीठा लड्डू, नहीं बढ़ेगा ब्लड शुगर, बनाने की रेसिपी यहां देखें
एरोबिक डांस (Aerobic Dance)
जिन्हें डांस करना पसंद है वे एरोबिक डांस एक्सरसाइज चुन सकते हैं. एरोबिक डांस एक्सरसाइज में हाई इंटेंसिटी मूव्स होते हैं जो कि बिना रुके किए जाते हैं. इससे कोलेस्ट्रॉल के साथ मोटापे को भी कम किया जा सकता है.
साइकलिंग (Cycling)
लोग आजकल फिटनेस के लिए साइकलिंग का सहारा ले रहे हैं. यह भी एक हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज है जो कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज को कंट्रोल करने में मदद करता है.
यह भी पढ़ें - Worst Food For Cholesterol: ठूंस-ठूंस कर भरा है इन 10 चीजों में गंदा कोलेस्ट्रॉल, नसें होती हैं ब्लॉक
पुशअप्स (Push-Ups)
पुशअप्स आप जिम या घर कहीं पर भी आराम से कर सकते हैं. पुशअप्स की मदद से भी आप अपना हाई कोलेस्ट्रॉल कम कर सकते हैं. इसके लिए आप इन आसान तरीकों को अपना सकते हैं.
रस्सी कूदना (Skipping Rope)
रस्सी कूदना एक हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज है जो बॉडी को मजबूत बनाने के साथ साथ कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. आप अपने उम्र और क्षमता के अनुसार इसके सेट का चुनाव कर सकते है. इससे पैरों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है साथ ही हार्टरेट भी बढ़ जाता है जो फैट बर्न करने में मदद करता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
ये 5 एक्सरसाइज शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल करेंगे कम, डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज से भी मिलेगा छुटकारा