डीएनए हिंदीः ब्लड शुगर हाई (High Blood Sugar) होने पर केवल डाइट और एक्सरसाइज (Diet And Exercise) ही मायने नहीं रखती बल्कि खाने का तरीका और समय (Right Way of Diet Timing) भी बहुत मायने रखता है. अगर आपका ब्लड शुगर लेवल अचानक से कभी हाई तो कभी लो (Blood Sugar level Suddenly High or Low) हो रहा तो आपको अपने डाइट रूटीन (Diet Routine)पर ध्यान देना होगा.
शुगर का अप एंड डाउन होने का सबसे बड़ा कारण होता है आपके दो खानों के बीच का अंतराल. बहुत लंबे समय पर खाना या जल्दी-जल्दी खाना दोनों ही नुकसानदाय होता है. ऐसे में आपको यह निश्चित तौर पर पता होना चाहिए कि आप खाना कैसे खाएं कि आपका शुगर लेवल मेंटेन रहे.
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हाल ही में एक एक रिसर्च में खाने की टाइमिंग को लेकर आई है जिसमें यह पाया गया कि अगर डायबिटीज रोगी के खाने के बीच अंतराल गड़बड़ होता है तो उसके शुगर का अप या डाउन होना तय है. वहीं जो तय समय पर भोजन करते हैं उनके शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है.
अगर सुबह के समय आपका शुगर हाई हो रहा या डाउन हो रहा तो ये आपके रात में खाना खाने के अंतराल के कारण भी हो सकता है. शोधकर्ताओं ने टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीज़ों में हेपेटिक ग्लाइकोजन के स्तर और इंसुलिन सेंसिटिविटी की जांच की और पाया कि 10 घंटे का यह उपवास टाइप 2 डायबिटिज़ के मरीज़ों में 24 घंटे के ग्लूकोज होमियोस्टेसिस में सुधार का एक सुरक्षित और प्रभावी माध्यम है.
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क्या है उपाय
डॉक्टरों के मुताबिक टाइप 2 डायबिटीज को खान-पान में सुधार से ठीक किया जा सकता है. अधिकांश रोगी अपने रात के खाने और सुबह के खाने के बीच 12-14 घंटे का अंतराल रखते हैं, लेकिन अगर किसी मरीज का hbA1C, 5.7 से 6.4 के बीच है, तो उन्हें भोजन में 8 घंटे से अधिक का गैप नहीं होने देना चाहिए. ऐसे लोगों का शुगर लेवल को नियंत्रित तभी होगा जब मरीज़ अधिक उपवास न करें.
रात और सुबह के खाने के बीच 10 घंटे से ज्यादा का उपवास रखने से शुगर लेवल को बहुत कम या ज्यादा कर सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक दो खाने के बीच 10 घंटे से ज्यादा का अंतराल उल्टा असर डालता है. ज्यादा देर तक भूखे रहने से शरीर में जमा फैट टूटकर शुगर में बदल जाता है, जिससे शुगर लेवल काफी स्पाइक कर जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक डायबिटिक और प्री-डायबिटिक रोगियों के भोजन के बीच छह-आठ घंटे से अधिक का अंतर नहीं होना चाहिए. वहीं, दिन में दो भोजन के बीच 4 घंटे से ज्यादा का अंतराल नहीं होना चाहिए.
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बरतें सावधानी?
- दवा लेने वाले डायबिटिक रोगियों के भोजन के बीच अंतर होना चाहिए, ताकि भोजन करने के बाद इंसुलिन शरीर में अपना काम कर सके.
- आदर्श स्थिति वो होगी जब नाश्ता सुबह 6 से 7 के बीच, 11 बजे लाइट स्नैक्स, लंच दोपहर से 1 से 2 के बीच, 5 बजे तक लाइट नाश्ता और रात का खाना लगभग 8-9 बजे कर लें.
- जो लोग दवा नहीं खाते हैं, उन्हें भी खाने के इसी पैटर्न का पालन करना चाहिए.
- उपवास या अनियमित समय पर भोजन करने से शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव हो सकता है. इसलिए खाना जरुर निश्चित समय पर ही करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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