डीएनए हिंदी: (Diabetes Feet Care) डायबिटीज उन साइलेंट बीमारियों में से कए है, जिसके शरीर में घर करने के बाद व्यक्ति को पता लगता है. यह एक लाइलाज बीमारी है. इसे सिर्फ ब्लड शुगर जरिए कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन क्योर नहीं किया जा सकता. शुगर बढ़ने से दिल से लंग्स, किडनी और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है. व्यक्ति अंधा तक हो सकता है.यही वजह है कि डायबिटीज मरीजों को शुगर लेवल पर खास ध्यान रखने जरूर होती है. इसमें लापरवाही करने पर व्यक्ति की मौत तक हो सकती है.
वहीं सर्दी का मौसम आते ही डायबिटीज मरीजों के लिए एक तरह का खतरा शुरू हो जाता है. इसे कंट्रोल करना बड़ी परेशानी लगता है. सर्दी में पैरों का सुनन होना और पैरों में दर्द होना डायबिटीज न्यूरोपैथी के लक्षणों में से एक हैं. यह लक्षण हाई ब्लड शुगर की वजह से दिखाई देते हैं. इनमें पैरों में जलन और सुन्नपन होने लगता है. अगर समय रहते ब्लड शुगर को कंट्रोल नहीं किया तो यह स्थिति बेहद घातक बन जाती है.
हाई ब्लड शुगर में नजर आते हैं ये लक्षण
जानकारी के अनुसार, डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर हाई होने पर न्यूरोपैथी के कई ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं जो जानलेवा होते हैं. इसे संकेत भी दिखने लगते हैं. इन्हें पहचानकर तुरंत इलाज करने से बड़ी परेशानियों से बचा जा सकता है. आइए जानते हैं इसके लक्षण और उपचार...
डायबिटीज न्यूरोपैथी के हैं ये लक्षण
डायबिटीज मरीजों को न्यूरोपैथी के लक्षणों में पैरों का सुन्न होना, पैरों में जलन, पैरों में दर्द के साथ ही ऐंठन होना, पैरों में झुनझुनी चलने के साथ ही कमजोरी सी आना. डायबिटीज न्यूरोपैथी में यह लक्षण पैरों में हाथों में दिखाई दे सकते हैं. यह बेहद घातक लक्षणों में से एक हैं. ऐसे लक्षण दिखते ही शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. अगर ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं किया जाता है तो यह जानलेवा साबित हो सकता है. इन अंगों को डैमेज भी कर सकता है.
ये हैं डायबिटीज न्यूरोपैथी के कारण
डायबिटीज मरीजों न्यूरोपैथी की मुख्य वजह ब्लड शुगर का लेवल हाई होना है. शुगर का यह लेवल नर्वस को डैमेज करने का खतरा बढ़ा देता है. ब्लड शुगर ही नहीं, ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल हाई होने पर नर्वस डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है. यह नसों में वसा के रूप में जमकर उन्हें अंदर ही अंदर नुकसान पहुंचाने लगता है. यह नसों को डैमेज करने लगता है. इसके साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, विटामिन बी की कमी और खराब आदतें जैसे स्मोकिंग, शराब और बीयर पीने से भी यह समस्या ट्रिगर होती है. इसे डायबिटीज न्यूरोपैथी का खतरा बढ़ता है. यह किडनी तक को डैमेज कर सकती है.
ऐसे कंट्रोल करें डायबिटीज में न्यूरोपैथी के लक्षण
एक्सपर्ट्स के अनुसार, लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर न्यूरोपैथी का खतरा बढ़ाती है. यह बेहद खतरनाक होती है. इसे बचने और कंट्रोल करने के लिए डायबिटीज मरीजों को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए. कभी भी गीले या नम जुराब नहीं नहीं चाहिए. पैरों को भीगा न रहना दें. जितना हो सकें पानी को साफ कर लें. पैरों की उंगलियों के बीच पसीना या पानी को जमा न होने दें. पैरों को आग से लेकर गर्म करने वाले उपकरण समेत दूसरी चीजों से दूर रखें. अगर पैरों में सूजन या सुन्न होने पर गर्म पानी से सिकाई कर रहे हैं तो इसे बहुत अधिक गर्म की जगह गुनगुना ही लें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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सर्दी में डायबिटीज मरीजों के पैरों में दिखने वाले ये लक्षण देते हैं हाई ब्लड शुगर के संकेत, जानें इनकी पहचान और उपचार