डीएनए हिंदीः एक अंतरराष्ट्रीय मेडिकल टीम का दावा है कि डायबिटीज या प्री-डायबिटीज की जांच के लिए ग्लूकोज लेने और इसे बाद जांच के लिए जो टाइमिंग क्राइटेरिया है वह ब्लड शुगर की सही रीडिंग नहीं देता है, इससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है. इतना ही नहीं, फॉस्टिंग और पीपी टेस्ट के लिए खानपान की मात्रा का सही ज्ञान न होने से भी ग्लूकोज की सही रीडिंंग न आने की बात की गई है. 

डायबिटीज विशेषज्ञ विश्वनाथन मोहन की सात सदस्यीय टीम का कहना है कि ग्लूकोज लेने या खाना खाने के दो घंटे बाद किए जाने वाले ब्लड टेस्ट की जगह एक घंटे पर इसकी जांच करनी चाहिए. साथ ही ग्लूकोज की इस टीम ने सही मात्रा भी बता दी है. टीम का कहना है कि पीपी के लिए 75 ग्राम ग्लूकोज लेना चाहिए और इसे लेने के एक घंटे के अंदर इसकी जांच भी करा लेनी चाहिए. क्यों कि एक घंटे बाद या दो घंटे पर होने वाली जांच सही जानकारी नहीं देती है.

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डायबिटीज के लिए वर्तमान नैदानिक ​​​​मानदंड (संख्या मिलीग्राम प्रति डीएल दिखाती है)
state              Fasting           2 hour glucose tolerance test

Normal          below 100      below 140

Prediabetes   100-125        140-199
    
Diabetes      126 or above   200 or above

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नई सिफारिश क्या कहती है
1 घंटे के ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट में भविष्य के डायबिटीज होने का खतरा बताता है. जी हां पीपी एक घंटे मे कराने से प्री-डायबिटीज के खतरे का पता चल सकता है. 1 घंटे के परीक्षण में 155 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से ऊपर रक्त शर्करा के स्तर वाले लोगों में मधुमेह और इससे संबंधित जटिलताओं जैसे कि कार्डियोवैस्कुलर विकसित होने का उच्च जोखिम होता है. 
प्रमुख चिकित्सा पत्रिका, द लांसेट के अनुसार शुगर का वर्तमान डायग्नोस्टिक मानदंड फॉस्टिंग ग्लूकोज को 100 से नीचे सामान्य माना है. 100 से 125 तक प्रीडायबिटीज और 126 के उपर डायबिटीज बताया गया है. वहीं,  दो घंटे का ग्लूकोज लेने के बाद पीपी सामान्य 140 से नीचेर, प्रीडायबिटीज के रूप में 140 से 199, और डायबिटीज 200 से अधिक को बताया गया है.

टीम ने अब सिफारिश की है कि प्री-डायबिटीज का पता लगाने के लिए एक घंटे के परीक्षण में 155 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर का भी कट-ऑफ के रूप में माना जाना चाहिए. चेन्नई में मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन में मधुमेह अनुसंधान के प्रमुख मोहन का कहना है की ग्लूकोज लेने के एक घंटे के दौरान  उच्च ग्लूकोज भविष्य में होने वाले डायबिटीज का हाई रिस्क बताता है. 

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ऐसा करना लोगों को तीन से पांच साल की अग्रिम चेतावनी दे सकता है और उन्हें जीवन शैली में बदलाव जैसे आहार और शारीरिक गतिविधि के माध्यम से होने वाले जैविक परिवर्तनों को उलटने और डायबिटीज रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने का मौका भी देता है.

पीपी टेस्ट के लिए कितनी डाइट लें
फॉस्टिंग के बात पीपी के लिए अगर आप ग्लूकोज ले रहे तो ये 75 ग्राम होनी चाहिए और अगर खाना खा रहे तो दो ब्रेड या एक रोटी के साथ 1 कप दूध या चीनी वाली चाय ले सकते हैं. ध्यान रहे, ज्यादा खाने से शुगर ज्यादा ही आएगी, इसलिए सही अनुपात में खाएं. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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blood sugar fasting pp test rule in diabetes glucose test kitna khane ke aur kitni der baad karna chahiye
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मधुमेह रोगी पीपी की जांच कराते समय रखें इस बात का ध्यान 
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ब्लड शुगर टेस्ट का नया तरीका बताएगा प्री-डायबिटीज Risk, मधुमेह रोगी पीपी की जांच कराते समय रखें इस बात का ध्यान