Anxiety On Rise In Rural India- आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, घर-परिवार की बढ़ती जिम्मेदारियां, काम के बोझ जैसे अन्य कई कारणों की वजह से लोगों में डिप्रेशन और एंग्जायटी (Anxiety) की समस्या तेजी से बढ़ रही है. मेंटल हेल्थ से जुड़ी इन समस्याओं को लोग अमीरों की बीमारियां कहते हैं, जिससे ज्यादातर शहरी क्षेत्र के लोग जूझ रहे हैं.
लेकिन, ग्रामीण भारत पर सामने आई एक रिपोर्ट में यह साबित कर दिया कि मेंटल हेल्थ (Mental Health) इशू अब केवल शहरी क्षेत्र तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि इससे जुड़ी समस्याएं अब ग्रामीण (Mental Health Issues In Rural Areas) भारत में भी पैर पसार रही हैं.
क्या कहती है रिपोर्ट?
ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य देखभाल की स्थिति -2024 की रिपोर्ट (Healthcare In Rural India Report 2024) में पता चला कि हाल के सालों में देश में मेंटल हेल्थ से जुड़ी बीमारियों की व्यापकता में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. इसके लिए किए गए सर्वे में देश के 21 राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 5 हजार 389 परिवारों को शामिल किया गया था.
इस रिसर्च से पता चलता है कि 45 प्रतिशत लोगों को ज्यादातर वक्त एंग्जाइटी होती है, जो उनके मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है. युवा लोगों की तुलना में एंग्जाइटी बुजुर्ग लोगों की मेंटल हेल्थ पर ज्यादा प्रभाव डालती है. ऐसे में यह अब केवल शहरी मुद्दा नहीं रह गया है.
क्या है एंग्जाइटी के लक्षण?
ऐसी स्थिति में लोगों को बेचैनी, घबराहट, नींद की समस्या, सांस लेने में तकलीफ, जी मिचलाना, पाचन से जुड़ी समस्या, कमजोरी, चक्कर, ज्यादा पसीना, हाथ-पैर का ठंडा होना, सुन्न या झनझनाहट, काम में मन न लगना, अचानक दिल की धड़कन बढ़ना के अलावा मन में नकारात्मक विचार जैसे लक्षण दिख सकते हैं.
क्या करें
मेंटल हेल्थ पर ध्यान देने और एंग्जाइटी से बचने के लिए एक्सरसाइज करें या फिर शाम में वॉक या साइकिलिंग के लिए जा सकते हैं. इसके अलावा मेडिटेशन करें, खानपान सही रखें और अपना मनपसंद खेल खेलें. साथ ही स्मार्टफोन, कंप्यूटर और टैबलेट से थोड़ी दूरी बनाकर रखें.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से जुड़े.
- Log in to post comments
गांवों में भी पैर पसार रहे हैं Mental Health Issues, ग्रामीण भारत में बढ़ी एंग्जाइटी की समस्या: रिपोर्ट