डीएनए हिंदीः सहजन के हाई न्यूट्रीशनल वेल्यू के कारण ही इसे सुपरफूड माना गया है. सहजनकी पत्तियां या फूल या इसकी फली में बड़ी मात्रा में विटामिन, कैल्शियम, आयरन और आवश्यक अमीनो एसिड से भरपूर होता है. तो चलिए आपको बताएं कि सहजन के पत्तों के क्या फायदे हैं.
1) वजन घटाने में मदद करता है
सिंथिया ट्रेनर की किताब 'हाउ टू लूज़ बैक फैट' के अनुसार, वजन घटाने के लिए मोरिंगा की सलाह दी जाती है. पत्तियों को वसा में कम और पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है. सुबह पानी पीने से "वसा भंडारण के बजाय ऊर्जा उत्पादन" को बढ़ावा मिलता है.
2) पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है
कई अध्ययनों से पता चला है कि पत्तियों का काढ़ा खाने से पाचन में मदद मिलती है. इसलिए विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन लोगों को कब्ज, सूजन आदि जैसी समस्याएं हैं, वे झोल के पत्तों को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं.
3) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
सोयाबीन की पत्तियों में क्वेरसेटिन और क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं. ये यौगिक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने, रक्त को शुद्ध करने और कई मौसमी बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं. ये सभी कारक प्रतिरक्षा स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.
4) हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है
सहजन पाउडर में शरीर में हाई ब्लड प्रेशर के साथ ही कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने की क्षमता होती है, जिससे हृदय संबंधी जोखिम कम हो जाते हैं. इसके अलावा, सहजन में जिंक की मात्रा शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है.
5) त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
मोरिंगा की पत्तियों में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है, जो त्वचा को मुलायम बनाता है. एंटीऑक्सिडेंट के अलावा, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-वायरल गुण रक्त को शुद्ध करने और त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं.
सहजन का पाउडर बनाने की विधि:
सहजन के पत्तों का एक गुच्छा साफ करके साफ कपड़े पर बिछा लें. इसे दूसरे कपड़े से ढककर धूप में सूखने दें. सूखने पर इसे ग्राइंडिंग जार में डालकर बारीक पीस लें.
कैसे बनाएं सहजन का पानी-
1 गिलास पानी उबालें और उसमें 1-2 चम्मच सहजन पाउडर मिलाएं.एक चुटकी नमक और 2 चम्मच शहद मिलाएं.सभी चीजों को अच्छे से मिलाएं और घूंट-घूंट करके पीएं. नमक और चीनी के बिना भी इसे पिया जा सकता है.
मोरिंगा का पानी कब पीना चाहिए?
नाश्ते के दौरान सहजन या मोरिंगा का पानी पीने की सलाह दी जाती है. अगर सुबह खाली पेट इसका सेवन किया जाए तो यह पेय हल्के रेचक के रूप में काम कर सकता है. अगर इसे भोजन के साथ या बाद में लिया जाए तो यह पाचन में मदद करता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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मोरिंगा के पत्ते को कच्चा खाएं या पी लें काढ़ा, मिलेंगे ये 5 जबरदस्त फायदे