URL (Article/Video/Gallery)
dna-special
World Milk Day : बिना MSP के दूध का बाजार 8.5 लाख करोड़ के पार, गेहूं-चावल की कुल कीमत से 50 प्रतिशत ज्यादा
भारत विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है. दुनिया के एक चौथाई दूध (23 %) का उत्पादन भारत में ही होता है.
Marilyn Monroe: कभी कारखाने में करती थीं काम फिर बनीं हॉलीवुड की सबसे बिंदास एक्ट्रेस, मौत आज भी है रहस्य
मर्लिन मुनरो की तस्वीर अगर आप एक बार देख लें तो उसे भुला पाना मुश्किल है. उनकी फिल्में, जिंदगी, शादी और फिर मौत...हर पड़ाव से एक रहस्य जुड़ा है.
इस धर्म में प्रेम का प्रतीक माना जाता है आम, ये रहे आम को खास बनाने वाले 7 दिलचस्प फैक्ट
गर्मी के मौसम में आम का आना जैसे बहार का आना होता है. कई लोगों का फेवरेट और कई लोगों के लिए खुशी जैसा होता है आम.
Vikram Sarabhai: सात सुरो से बना, सात रंगों से सजा अंतरिक्ष की दुनिया का एक सजीला नाम
विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त, 1919 को अहमदाबाद के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ. भारत को अंतरिक्ष कार्यक्रम विक्रम साराभाई की ही देन हैं.
राम को 14 साल का ही वनवास क्यों हुआ था? 10, 12 या 13 साल का क्यों नहीं, जानिए वजह
वाल्मीकि की लिखी रामायण के अनुसार कैकयी की जिद की वजह से राम को वनवास हुआ था.
Ahilyabai Holkar: इंदौर की इस रानी के बारे में जानते हैं आप! आज भी दी जाती है इनकी निष्पक्षता की मिसाल
31 मई 1725 को महाराष्ट्र में अहमदनगर जिले के जामखेड के चोंडी गांव में अहिल्याबाई का जन्म हुआ था. उनका जीवन काफी मुश्किलों भरा रहा.
Sidhu Moosewala Profile: 28 साल की उम्र, 7 मिलियन फॉलोअर्स... किंग साइज लाइफ थी
Sidhu Moosewala Life: एक सरपंच मां और सैनिक पिता के घर में पैदा हुए सिद्धू मूसेवाला ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी लेकिन मन संगीत में लगा था.
सुरेखा सीकरी- अभिनय की ऐसी दमदार छवि, जिसे भुला पाना मुश्किल है
19 अप्रैल 1945 को जन्मी सुरेखा सीकरी की उच्च शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से हुई जबकि उनका बचपन नैनीताल और अल्मोड़ा में बीता.
Tenzing Norgay Birth Anniversary: तेनजिंग ने माउंट एवरेस्ट पर क्यों छुपाई थी मिठाई?
29 मई को अपना सपना पूरा करने वाले तेनजिंग नोर्गे का जन्म भी उसी तारीख (29 मई 1914) को हुआ था.
DNA Exclusive : बुकर पुरस्कार पाने वाली पहली हिंदी लेखिका गीतांजलि श्री ने बताया इसे " गौरव और विनम्रता का पल"
DNA Exclusive :बुकर में टॉम्ब ऑफ़ सैंड के होने पर गीतांजलि श्री ने कहा, "यह बड़ी बात है कि सुदूर बैठे अनजान पाठकों को यह कृति इतनी पसंद आई."