ISRO के SSLV ने उड़ान भरकर रचा इतिहास, आपदा अलर्ट देने वाली सैटेलाइट लेकर गया 'छुटकू', जानें 10 खास बात

ISRO Satellite Launch Updates: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के सैटेलाइट ले जाने वाले सबसे छोटे रॉकेट SSLV की तीसरी और फाइनल डेवलपमेंटल फ्लाइट सफल रही है. यह रॉकेट आज अपने साथ धरती की निगरानी करने वाली एक सैटेलाइट लेकर गया है.

ISRO ने अपने सबसे छोटे रॉकेट SSLV-D2 को किया लॉन्च, जानें क्या है इसकी खासियत

ISRO SSLV-D2 Launching: इसमें अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट EOS-07 भेजा गया है. इस रॉकेट का वजन 156.5 किलोग्राम का है.

PSLV, GSLV और अब SSLV, जानिए क्या है इन तीनों में अंतर, क्यों अलग-अलग होते हैं लॉन्चिंग व्हीकल

SSLV and PSLV Difference: इसरो की ओर से एसएसएलवी की मदद से सैटलॉइट लॉन्च किए गए. हालांकि, पहले प्रयास में ये सैटलाइट गलत ऑर्बिट में स्थापित हो गए हैं इस वजह से इनका इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा.

SSLV-D1 से भेजे गए सैटलाइट का क्या हुआ? इसरो ने बताया कहां हुई गड़बड़

ISRO SSLV-D1 Launch: इसरो ने आज ही अपना पहला SSLV लॉन्च किया लेकिन इसकी मदद से भेजे गए सैटलाइट गलत ऑर्बिट में पहुंच गए हैं. इस वजह से ये सैटलाइट किसी काम के नहीं रहेंगे.

Video : 750 लड़कियों ने मिल कर बनाया देश का सबसे छोटा रॉकेट SSLV, ISRO ने किया लॉन्च

ISRO ने देश का नया रॉकेट SSLV यानी Small Satellite Launch Vehicle लॉन्च किया. इस रॉकेट की खास बात ये है कि इसे 75 स्कूलों की 750 छात्राओं ने मिलकर बनाया है.

लॉन्च हुआ ISRO का रॉकेट SSLV, लेकिन टूट गया संपर्क, जानें पूरी डिटेल

Isro SSLV launch: SSLV की लंबाई 34 मीटर यानी 112 फीट है. जबकि इसका व्यास 2 मीटर (6.7 फीट) का है. SSLV का कुल वजन 120 टन है. SSLV को छोटे सैटेलाइट्स की लॉन्चिंग के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. आइये जानते हैं इसकी खासियत...

ISRO इतिहास रचने को तैयार, आज लॉन्च होगा पहला छोटा रॉकेट SSLV, बेटियों ने किया है तैयार

ISRO Satellite launch: SSLV की लॉन्चिंग आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से होगी. SSLV में लॉन्च होने वाली Azaadi सैटेलाइट को भारत की बेटियों ने बनाया है.