डीएनए हिंदीः ज्ञान के अभाव से कुछ अत्यंत उपयोगी प्राकृतिक तत्व के औषधिय गुणों को हम नहीं जान पाते हैं. ऐसी ही एक चीज है सफेद तिल के बीज. इसके बीज कई समस्याओं में दवा की तरह काम करते हैं.
तिल के बीज विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होते हैं. और ये सभी सामग्रियां आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए ही नहीं बल्कि नसों में जम रही वसा को भी कम करने का काम करते हैं. इन बीजों की गुणवत्ता कई घातक बीमारियों के जाल से बचा सकती है. हाई कोलेस्ट्रॉल में इस बीज को खाना आपके नसों में जमी वसा को पिघला देगा. तो चलिए आज आपको सफेद तिल के बेशुमार फायदों के बारे में बताएं.
1. कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स होगा कम
रक्त में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का ऊंचा स्तर दिल के दौरे, स्ट्रोक और परिधीय धमनी रोग सहित कई गंभीर बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है. कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को नियंत्रण में रखने के लिए हर दिन पानी में भिगोए हुए एक चम्मच तिल खाएं. ये दोनों लिपिड प्रोफाइल को कंट्रोल कर सकते हैं.
2. प्रोटीन का भण्डार
अगर आप शाकाहारी हैं तो आपके लिए तिल प्रोटीन का हाई सोर्स हैं. रोज 3 चम्मच तिल खाना शुरू कर दें. हेल्थलाइन का दावा है कि यह 5 ग्राम वनस्पति प्रोटीन आपके शरीर को मिलने लगेगा.
3. रक्तचाप कम होगा
उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में न हो तो स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए, रक्तचाप को सामान्य बनाने में तिल आपकी मदद कर सकता है. क्योंकि इस बीज में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम और विटामिन ई मौजूद होता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए उत्तम है. इसलिए इस बीमारी से पीड़ित लोगों को प्रतिदिन एक चम्मच तिल पानी के साथ फांक लेना चाहिए.
4. हड्डियां मजबूत होंगी
अगर आप अपनी हड्डियों को दुरुस्त करना चाहते हैं तो आपको हर दिन तिल का सेवन करना होगा. दरअसल, ये बीज कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज और जिंक जैसे कई 'हड्डियों को मजबूत बनाने वाले' तत्वों से भरपूर होते हैं. तो यह कहने की जरूरत नहीं है कि नियमित रूप से तिल खाने से हड्डियों की ताकत बढ़ती है.
5. अत्यधिक सूजन कम हो जाएगी
यदि शरीर में सूजन की तीव्रता बढ़ जाती है, तो कई पुरानी बीमारियों से पीड़ित होने का खतरा बढ़ जाएगा! इसलिए, यदि आप स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, तो सूजन को कम करना होगा. और इस काम में तिल आपके पार्टनर बन सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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इन सफेद बीज से ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल होगा नियंत्रित, प्रोटीन की कमी होगी पूरी