तंत्रिका तंत्र दिमाग और रीढ़ की हड्डी से शुरू होकर सैकड़ों तंत्रिकाएं शरीर के सभी भागों तक फैलती हैं. ये सभी तंत्रिका प्रणालियां हमारी इंद्रियों, संचार, गति, सांस लेने और दिल की धड़कन जैसी अनैच्छिक गतिविधियों, सूचना प्रसंस्करण और अनगिनत अन्य कार्यों को नियंत्रित करती हैं.
बीमारी, चोट या आनुवंशिक समस्या के कारण तंत्रिकाएं क्षतिग्रस्त होती हैं. गंभीर मामलों में, इससे स्थायी दर्द और चलने फिरने में दिक्कतें, विकलांगता जैसी दिक्कते होने लगती हैं. लेकिन कई बार नसों की कमजोरी और लाइफस्टाइल की कुछ आदतें भी नर्वस सिस्टम को कमजोर करने लगती हैं.
जान्हवी कपूर का हाथ नहीं कर रहा काम, एमडीआई से जूझ रही एक्ट्रेस की क्या है ये बीमारी?
अगर तंत्रिका तंत्र कम होने लगे तो कुछ संकेत सामने आने लगते हैं
तंत्रिका संबंधी स्थिति के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं जो कारण पर निर्भर करता है. कभी-कभी वे अचानक प्रकट होते हैं. अन्य मामलों में, वे धीरे-धीरे आते हैं या आते-जाते रहते हैं. तंत्रिका संबंधी स्थिति के सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं:
- शरीर के किसी अंगों या उंगलियों में सुन्नता, दर्द, झुनझुनी या जलन का होना
- कमज़ोरी, मांसपेशियों की शक्ति में कमी, या पक्षाघात होना
- सिरदर्द जो लगातार बना रहता है, या कई दिनों तक रहे
- बैलेंसिंग की दिक्कत महसूस करना
- एक पैर में तेज दर्द
- पीठ दर्द जो पैर की उंगलियों या शरीर के अन्य भागों तक फैल जाता है
- दृष्टि संबंधी समस्याएं
- बोलने या समझने में दिक्कत महसूस होना
- स्मरण शक्ति की क्षति
- दौरे, कंपन, या अनियंत्रित ऐंठन
- दिमागी संतुलन में कमी
टूथब्रश को कितने महीने यूज कर सकते हैं? पेस्ट से लेकर दांतों की क्लिनिंग तक का ये है सही तरीका
अगर इनमें से कोई भी दिक्कत नजर आती है तो आपको डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
पैर-हाथ और सिर में दर्द से लेकर शरीर की ये दिक्कतें बताती हैं कमजोर हो गई हैं नसें