डीएनए हिंदी: यह अक्सर कहा जाता है कि जैसा आप खाएंगे उसके परिणाम भी ऐसे ही मिलेंगे. ये बात तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और खानपान पर सटीक बैठती है. भागदौड़ मॉर्डन लाइफस्टाइल के बीच लोगों का खानपान बुरी तरह प्रभावित हुआ है. यही वजह है कि शरीर में शुगर से लेकर कोलेस्ट्रॉल और यूरिक एसिड जैसी बीमारियां बढ़ रही है. , जिस तरह शुगर और कोलेस्ट्रॉल खून में घूसकर शरीर को प्रभावित करता है. उसी तरह यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर शरीर के जोड़ों में दर्द सूजन की समस्या शुरू हो जाती है. यूरिक एसिड एक गंदा पदार्थ होता है. यह आपके द्वारा खाएं जा रहे खानपान में पाएं जाने वाले प्यूरिन से बनता है.
शुरुआती लोगों के लिए, यूरिक एसिड खून में एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो तब उत्पन्न होता है जब आप प्यूरिन से भरपूर चीजें खाते हैं.प्यूरिन कार्बन और नाइट्रोजन परमाणुओं से बना रासायनिक यौगिक हैं, जो शरीर में टूट जाते हैं. बॉडी सिस्टम में हाई यूरिक एसिड हाइपरयुरिसीमिया नामक स्थिति को ट्रिगर कर सकता है. इससे यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनते हैं, जो जोड़ों में जमा हो जाते हैं और गाउट का कारण बनते हैं.
गाउट आपके जोड़ों को प्रभावित करता है. आमतौर पर प्रभावित होने वाले कुछ जोड़ों में टखने, घुटने, कोहनी, कलाई और उंगलियां शामिल हैं. शुरुआती दर्द के कम होने के बाद आप लंबे समय तक बेचैनी महसूस कर सकते हैं. यह कुछ हफ़्ते या उससे अधिक समय तक चल सकता है. आइए जानते हैं यूरिक एसिड को बिना किसी दवाई और इलाज के कम करने का तरीका...
इन 8 बातों का ध्यान रखने से खून से साफ हो जाएगा यूरिक एसिड
प्यूरीन से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाने से बचें
प्यूरीन से भरपूर आहार खाने से बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है. ऐसे में इन्हें जितना ज्यादा हो सकें इग्नोर करें. इसकी जगह पर प्यूरीन की कमी वाले आहार में ज्यादातर फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल कर सकते हैं. वहीं रेड मीट, सीफूड, ऑर्गन मीट, बीयर और व्हिस्की सहित कई खाद्य पदार्थों में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जिनका सेवन बेहद नुकसानदायक होता है.
शराब करती है जहर का काम
अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं तो शराब को न कर दें. यह आपकी समस्या को और बढ़ा सकती है. इसकी वजह बीयर गाउट के हाई रिस्क से जुड़ी है. रिसर्च से पता चला है कि जिन लोगों को गाउट का दौरा पड़ता है, उन्हें बीयर से बचना चाहिए. शराब और बीयर से दूरी बनाना फायदेमंद हो सकता है.
तुरंत छोड़ दें मांस और मछली
रेड मीट से लेकर दूसरे कई मांस और मछलियों में प्यूरीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. यूरिक एसिड लेवल कम करने के लिए आपको तुरंत लाल मांस, ऑर्गन मीट, मछली, शेलफिश, चिकन को छोड़ देना चाहिए.
मीठा खाने से बनाएं दूरी
यूरिक एसिड के मरीजों को मीठी चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. यह आपकी दिक्कतों को तेजी से बढ़ा सकती है. इसकी वजह मीठी चीजों में फ्रुक्टोज पाया जाता है. यह नैचुरल स्वीटनर है. जब आपका शरीर फ्रुक्टोज को तोड़ता है तो यह प्यूरिन जारी करता है और यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ा देता है.
मीठी ड्रिंक्स कर दें बंद
तरल प्रदार्थ पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन तब जब वह ज्यादा मीठे न हो. शुगर से भरपूर ड्रिंक्स दिक्कतों को बढ़ा देती हैं. इनमें सोडा, कॉल्ड्रिंक से लेकर कई फलों के जूस भी शामिल हैं. इनमें शुगर लेवल हाई होता है. पेय पदार्थों में मौजूद फ्रुक्टोज जल्दी अवशोषित होता है. इसकी वजह इनमें फाइबर, प्रोटीन या अन्य पोषक तत्वों को नहीं होना है.
ज्यादा से ज्यादा पानी पिंए
पानी पीना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह किडनी में जमा यूरिक एसिड को तेजी को बाहर निकालने में मदद करता है. पानी पीने से पेशाब के रास्ते बॉडी में जमा यूरिक एसिड बाहर निकल जाता है. इसे किडनी के फिल्टर भी डिटॉक्स होते हैं.
कॉफी पीना हो सकता है फायदेमंद
कुछ समय पहले हुई एक रिसर्च में सामने आया कि कॉफी पीने से सीरम यूरिक एसिड लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है. इनमें से एक कॉफी शरीर में मौजूद प्यूरिन को तोड़ती है. इसके साथ ही यह यूरिक एसिड को कम करती है.
वजन कम करने पर दें ज्यादा ध्यान
मोटापा कई बीमारियों की वजह है. इन्हीं में से एक यूरिक एसिड भी है. मोटापे की वजह से भी यूरिक एसिड बढ़ता है. वजन कम से करने यूरिक एसिड बनने में कमी हो जाती है. इसके के लिए हेल्दी डाइट लेकर वजन को कम करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इं
- Log in to post comments
इन 8 बातों का रखेंगे ध्यान तो खून से बाहर हो जाएगा यूरिक एसिड, इलाज और दवाई तक की नहीं पड़ेगी जरूरत