डीएनए हिंदी: हमारे शरीर में तमाम तरह के हॉर्मोन्स बनते हैं और हमारे स्वस्थ रहने में अलग-अलग तरीके से मदद करते हैं. इनके उत्पादन में मैग्नीशियम का अहम रोल होता है. इस मिनरल से हमारी मसल्स और हड्डियां मजबूत बनती हैं और मसल्स और नर्व्स को आराम मिलता है.
मैग्नीशियम हमारी मानसिक सेहत और एनर्जी मेटाबोलिज्म को सपोर्ट करता है और नर्व इंपल्स के ट्रांसमिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके साथ-साथ, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को रेगुलेट करने में मैग्नीशियम का बड़ा हाथ होता है.
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मैग्नीशियम की कमी से होने वाली परेशानियां
मैग्नीशियम की इतनी खूबिया हैं तो शरीर में इसकी कमी से परेशानी महसूस होना स्वाभाविक है. मैग्नीशियम की कमी से ये परेशानियां सामने आ सकती हैं:
- मीठा खाने की तलब
- मसल्स में खिंचाव, खासतौर पर काफ मसल्स के
- नींद न आना
- जोड़ों में दर्द
- थकान महसूस होना
- हाई ब्लड प्रेशर
- मसल्स ढीली होना
- डिप्रेस महसूस करना
- दिल की धड़कन में बाधा
- माइग्रेन
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कैसे दूर करें मैग्नीशियम की कमी
इसके लिए जरूरी है कि हम ऐसी चीजें खाएं जिनमें मैग्नीशियम की मात्रा अधिक हो. उदाहरण के लिए हरी सब्जियां, बांगड़ा मछली, एवोकाडो, ड्राइड फिग्स, बादाम, नट्स, सूरजमुखी और लौकी के बीज खाने चाहिए. आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह पर मैग्नीशियम सप्लीमेंट भी ले सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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