डीएनए हिंदी: (Uric Acid Treatment) आज के समय में ज्यादातर बुजुर्ग से लेकर युवा तक जोड़ों में दर्द, सूजन और कमजोरी से परेशान हैं. इसकी वजह आपके खराब खानपीन और लाइफस्टाइल से पनपने वाली बीमारी यूरिक एसिड है. यूरिक एसिड ही जोड़ों के पीछे की सबसे बड़ी बीमारियों में से एक है. इसके हाई होते ही जोड़ों में दर्द, सूजन और ऐंठन शुरू हो जाती है. इसे बढ़ाने प्यूरीन युक्त भोजना जिम्मेदार है, जिसके ज्यादा सेवन से जोड़ों में यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स जम जाते हैं. ये गठिया से लेकर पथरी का खतरा बढ़ा देते हैं. इसे कम उम्र का युवा भी बुजुर्गों की तरह चलने फिरने में असमर्थ हो जाता है.
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इन लक्षणों के दिखते ही हो जाए सतर्क
यूरिक एसिड के बढ़ने की वजह प्यूरीन और प्रोटीन युक्त भोजन का ज्यादा सेवन करना है, जो वर्कआउट न करने की वजह से प्यूरीन में तबदील हो जाता है. प्यूरीन की अधिक मात्रा होने पर किडनी इन्हें बाहर निकालने में असमर्थ हो जाती है. इसकी वजह से यूरिक एसिड के बढ़ते ही जोड़ों में दर्द, सूजन, अकड़न, ऐंठन, उल्टी, किडनी में पथरी, पेशाब में जलन, पेशाब का पीला आना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं. इनमें से कोई भी लक्षण देखते ही सतर्क हो जाए. खानपान में बदलाव कर दें. इसे यूरिक एसिड को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है. यूरिक एसिड के कम होते ही शरीर में दिखने वाले ये लक्षण भी खत्म
हो जाएंगे.
डाइट में शामिल कर सकते हैं दाल
दाल सबसे हेल्दी फूड्स में से एक हैं. भारत में दाल की उपज के साथ ही इसका सेवन भी सबसे ज्यादा किया जाता है, लेकिन दालों में प्यूरीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. ऐसे में इसे सुबह शाम डाइट में शामिल करना खतरनाक हो सकता है. इसे हफ्ते में दो से तीन बाद खाने पर यह फायदेा करती हे. गठिया और किडनी की समस्या से दूर रखती है.
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दूध भी है फायदेमंद
दूध को लेकर ज्यादातर लोगों को भ्रम रहता है कि इसका ज्यादा सेवन गठिया बढ़ा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है. दूध पीने के साथ वर्कआउट करने से ही यूरिक एसिड को फ्लश आउट करने में मदद करता है. साथ ही गठिया से जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन को कम करता है.
पानी करता है डिटॉक्स
हर दिन पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन आपको यूरिक एसिड से लेकर दूसरी कई गंभीर बीमारियों से बचा सकता है. यह गठिया और पथरी के इलाज में रामबाण साबित होता है. पानी पीने से किडनी डिटॉक्स होने के साथ ही फिल्टर पावर बढ़ती है. हर दिन 2 से 3 लीटर पानी पीने से कई तरह की समस्याएं खत्म हो जाती हैं.
कॉफी भी बेहतर
कॉफी में एसिड होता है, लेकिन यह यूरिक से एक दम अलग होता है. यह प्यूरीन को टूटने की गति को भी धीमा कर देता है. इसे यूरिक एसिड जल्दी से हाई नहीं हो पाता. इसके साथ ही गठिया और पथरी को होने से रोकता है. हर दिन एक कॉफी पीना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसे ज्यादा सेवन यह समस्याओं को बढ़ा सकती है.
चेरी खत्म कर देगी यूरिक एसिड
छोटी सी दिखने वाली चेरी यूरिक एसिड के लिए कारगर है. यह यूरिक एसिड को फ्लश आउट करने के साथ ही जोड़ों के दर्द, सूजन को भी खत्म कर देती है. इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स प्यूरीन को फ्लश आउट करने में मदद करते हैं. यह किडनी को डिटॉक्स करने के साथ ही उसकी शक्ति बढ़ाते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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