अमेरिका के नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय-अमेरिकी नेता सुहाष सुब्रमण्यम ने अपनी आस्था का परिचय देते हुए भगवत गीता पर शपथ ली. इस मौके पर उन्होंने गीता का एक श्लोक भी पढ़ा, जिसमें परमेश्वर पर निर्भर रहने और अपने कर्मों को समर्पित करने का संदेश दिया गया. उन्होंने कहा, 'हर परिस्थिति में भगवान पर भरोसा रखें और अहंकार से बचें. यह मार्ग जीवन की बाधाओं को पार करने में मदद करेगा.'
पहली हिंदू अमेरिकी परंपरा को निभाया कायम
सुब्रमण्यम की मां डलेस ने इस मौके पर अपने बेटे पर गर्व जताया. उन्होंने कहा कि सुब्रमण्यम ने अमेरिकी संसद में पहली हिंदू अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड की परंपरा को जारी रखा है. तुलसी ने 2013 में पहली बार भगवत गीता पर शपथ ली थी.
हिंदू आस्था का संदेश फैलाने का संकल्प
सुब्रमण्यम ने अपने भाषण में कहा, 'यह गर्व की बात है कि अब हमारे पास अमेरिकी संसद में अपनी पहचान स्थापित करने का अवसर है. मैं रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों के साथ मिलकर हिंदू आस्था के सुंदर आशीर्वाद को साझा करूंगा.' उन्होंने आगे कहा कि इस एकजुटता से अमेरिका आने वाली चुनौतियों का बेहतर सामना कर सकेगा.
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भारतीय-अमेरिकी सांसदों का बढ़ता प्रभाव
दरअसल, सुहाष सुब्रमण्यम पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के व्हाइट हाउस में सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं. उनकी अमेरिकी संसद में एंट्री के साथ ही भारतीय-अमेरिकी सांसदों के ग्रुप ‘समोसा कॉकस’ की संख्या बढ़कर 6 हो गई है. यह ग्रुप भारतीय मूल के नेताओं की एकजुटता और पहचान को दर्शाता है. सुहाष सुब्रमण्यम का शपथ ग्रहण समारोह न केवल भारतीय मूल के लोगों के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह अमेरिकी संसद में हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति की बढ़ती मौजूदगी का प्रतीक भी है.
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अमेरिकी संसद में सनातन धर्म की गूंज, सांसदों ने भगवद गीता के नाम की ली शपथ