Ratan Tata’s Will: रतन टाटा की मौत पर फूट-फूटकर रोया था डॉग Tito, जानिए 10,000 करोड़ रुपये में उसे कितने पैसे मिले हैं

रतन टाटा के वसीयत में उन्होंने अपनी संपत्ति में भाई जिमी टाटा, सौतेली बहनों शिरीन और डिएना जीजीभॉय, हाउस स्टाफ और अन्य लोगों के लिए काफी कुछ छोड़ा है. यहां तक कि उनकी वसीयत में पेटडॉग टीटो के लिए भी प्रावधान है.

एक ही शख्स के पास नहीं हो सकती है Tata Trusts और Tata Sons की कमान, वजह जानिए

TATA Group: हाल ही में दिग्गज बिजनेस मैन रतन टाटा की मृत्यु हुई है. उनकी मृत्यु के बाद नोएल टाटा को टाटा ट्रस्टों का अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन वह टाटा संस के अध्यक्ष नहीं बन सकते हैं. आइए जानते हैं क्या कारण है कि नोएल टाटा क्यों नहीं बन सकते अध्यक्ष. 

Ratan Tata Death : एक या दो नहीं, इतने देशों की अर्थव्यवस्था जितनी है रतन टाटा की Legacy! 

Ratan Tata Death : भले ही रतन टाटा के निधन से देश को एक बड़ा झटका लगा हो. लेकिन उन्होंने ऐसा बहुत कुछ कर दिया है, जिसके चलते कई दशकों तक उनकी अलग अलग कंपनियां तिरंगे को विश्व पटल पर ऊंचा बनाए रखेंगी. सवाल होगा कैसे? तो आइये इस लेख में इस सवाल का जवाब तलाशते हैं

Ratan Tata: अभी तमाम दास्तां लिखनी थी, इतनी जल्दी 'टाटा' नहीं कहना था रतन! 

Ratan Tata Death : रतन टाटा का जीवन हर उस इंसान के लिए सबक है, जो न केवल जिंदगी में आगे बढ़ना चाहता है, बल्कि जिसे सफल भी होना है. जिस तरह का सफर रतन टाटा का रहा, कह सकते हैं कि उनमें एक तरफ वर्तमान को संजोने की ललक थी. वहीं ये इच्छा भी थी कि वो भविष्य संग कंधे से कंधा मिलाकर चल सकें.

Ratan Tata: जब कर्मचारियों के लिए गैंगस्‍टर से भिड़े रतन टाटा, जानें पूरा किस्सा

भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा दुनिया को अलविदा कह चुके हैं. रतन टाटा इतने बड़े उद्योगपति होने के बाद भी एक नेक दिल और जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे.