Rampur के आकाश सक्सेना, अब्दुल्ला आजम के खिलाफ लड़ी कानून लड़ाई, अब छीन ली विधायकी

Rampur Bypolls Akash Saxena BJP: बीजेपी के आकाश सक्सेना ने रामपुर में समाजवादी पार्टी को हराकर आजम खान की राजनीतिक प्रतिष्ठा को बड़ा धक्का पहुंचाया है

Bypolls Final Result: सपा से छिन गया रामपुर, बिहार में महागठबंधन को झटका, पढ़ें कहां, कौन जीता

Assembly Bypolls Result 2022: पांच राज्यों की 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कुल 4 सीटों पर सत्ताधारी पार्टी को ही जीत हासिल हुई है.

UP उपचुनाव: मैनपुरी, रामपुर और खतौली में विपक्ष की अग्निपरीक्षा, क्या दिखेगा BJP का दम?

मैनपुरी समाजवादी पार्टी का गढ़ है. भारतीय जनता पार्टी की इस सीट पर नजर है. रामपुर आजम खान का गढ़ है.

रामपुर उपचुनाव: फिर मुश्किल में आजम खान! दो दिन में दर्ज हो गए दो मुकदमे

आजम खान बीमार होने के बावजूद रामपुर और मैनपुरी उपचुनाव में सक्रिय हैं. वह अखिलेश के साथ जनसभा कर जनता से वोट देने की अपील कर रहे हैं.

Rampur Bypolls: आजम के गढ़ को जीत पाएंगे बीजेपी के आकाश? बताया रामपुर के लिए अपना एजेंडा

Rampur: आकाश सक्सेना ने कहा कि रामपुर के ज्यादातर पिछड़े मुसलमान पिछले लगभग चार दशक तक आजम खां के साथ रहे लेकिन बदले में उन्हें सम्मान तक नहीं मिला.

BJP ने उपचुनावों के लिए जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट, डिंपल यादव के खिलाफ लड़ेंगे रघुराज शाक्य

Mainpuri Bypolls: मैनपुरी और रामपुर उपचुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. रामपुर में आकाश सक्सेना चुनाव लड़ेंगे.

मुलायम सिंह और आजम खान की सीट पर कब होगा उपचुनाव? चुनाव आयोग ने तारीखों का किया ऐलान

Mainpuri & Rampur By-Election: चुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए बताया कि इन सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान होगा, जबकि 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे.

Lok Sabha Bypolls: आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव के नतीजों में छिपे हैं दूर के संदेश!

आजमगढ़ और रामपुर हमेशा से समाजवादी पार्टी के गढ़ रहे हैं. यहां विपरीत धारा में भी साइकिल की रफ्तार धीमी नहीं हो पाई थी, लेकिन इस बार दोनों किले ढह गए...

Azamgarh By Election Result: अपने ही गढ़ में चित्त हुए अखिलेश यादव, 5 पॉइंट में समझें बीजेपी की जीत की कहानी

UP By Election Results: उत्तर प्रदेश के उप-चुनाव में बीजेपी ने बाजी मारी है. सपा का गढ़ मानी जाने वाली आजमगढ़ और रामपुर सीटों पर कमल खिला है और इस जीत के मायने 2024 तक के लिए हैं. बेहतर मैनेजमेंट, मोदी-योगी की लोकप्रियता और संगठन की एकजुटता जैसे कई मुद्दे हैं जिसने पार्टी की जीत में बड़ी भूमिका निभाई है.