NASA के लिए क्यों खास था DART मिशन, क्या धरती को बचाने में कामयाब होंगे वैज्ञानिक?

NASA DART Mission: नासा के एयरक्राफ्ट ने पृथ्वी से लगभग 1,13,000 किमी दूर करीब 22 हजार किलोमीटर की रफ्तार से एस्टेरॉयड डाइमॉरफोस को टक्कर मारी.

धरती के बेहद करीब था Jupiter और साथ दिखे चार चांद, 59 साल बाद पहली बार दिखा ऐसा नजारा

बृहस्पति धरती से 600 मिलियन मील दूर है. इसके अलावा इसके 53 चांद हैं. हालांकि साइंटिस्ट का मानना है कि बृहस्पति यानी जुपिटर के 79 चांद हैं.

Jupiter closest to Earth: 59 साल बाद पृथ्वी के बेहद करीब आया जुपिटर, ऐसे देखें नजारा

Jupiter closest Earth: सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर धरती के बेहद करीब से गुजर रहा है.

NASA DART Mission: एस्टेरॉयड से आज स्पेसक्राफ्ट टकराएगा नासा, धरती की तबाही से क्या है कनेक्शन?

NASA DART mission: अंतरिक्ष से आने वाले एस्टेरॉयड्स धरती के लिए निकट भविष्य में खतरा पैदा कर सकते हैं. नासा एक टेस्ट इसे रोकने के लिए कर रहा है.

Space में ही खराब हो गया जेम्स वेब टेलीस्कोप, जानिए अब काम कर पाएगा या नहीं?

James Webb Telescope Latest News: अपनी तस्वीरों के लिए मशहूर जेम्स वेब टेलीस्कोप थोड़ा सा खराब हो गया है. वैज्ञानिक गड़बड़ी का पता लगाने में जुटे हैं.

James Webb Telescope ने अंतरिक्ष में कैद की एक और हैरान करने वाली तस्वीर, जानिए क्या हैं इसके मायने?

अमेरिकी स्पेश एजेंसी नासा ने इंस्टाग्राम पेज पर खूबसूरत आकाशगंगा की तस्वीर शेयर की है जिसे देखकर हर कोई अचंभित हो रहा है.

US-China में होगी स्पेस वॉर? चांद पर लैंडिंग के लिए एक ही जगह को रिजर्व करना चाहते हैं दोनों देश

US China Space War: चंद्रमा पर लैंडिंग के लिए जगहें तय करने को देखते हुए अमेरिका और चीन आमने-सामने आ गए हैं. दरअसल, दोनों ही देशों ने एक जैसी जगहों को ही चुना है.

Video: क्या है नासा का Artemis-1 Mission जो फिलहाल हुआ पोस्टपोन लेकिन जल्द होगा लॉन्च

आर्टेमिस मिशन का लक्ष्य इंसान को ज्यादा देर तक चांद पर ठहराने का है. आर्टिमिस अभियान तीन चरणों में पूरा होगा. आर्टेमिस-1 में ओरियन क्रू कैप्सूल और 322 फुट के स्पेस लॉन्च सिस्टम का परीक्षण हो रहा है. खास बात ये है कि इस फ्लाइट पर मानव क्रू की जगह सेंसर से लैस मैनेक्विंस होंगी, जो सेंसर के जरिये वाइब्रेशन, एक्सलरेशन और रेडिएशन measure करेंगी.

Artemis 1 launch: नासा को बड़ा झटका, लॉन्चिंग काउंटडाउन के बीच रॉकेट खराब होने से मिशन होल्ड

नासा अपने अब तक के सबसे शक्तिशाली रॉकेट को इस मिशन में लॉन्च कर रही थी. ये अमेरिका अंतरिक्ष एजेंसी की 50 साल बाद दोबारा इंसान को चांद पर भेजने की तैयारी का हिस्सा था.