JLF 2024 में शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा- कांग्रेस को अब गांधी परिवार से बाहर निकलना चाहिए

JLF 2024: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की डायरी एंट्रीज का भी खुलासा किया. इसके अलावा कांग्रेस और अपने पिता से जुड़ी कई यादें भी साझा कीं. भाजपा में उनके जाने को लेकर उठे सवालों पर स्पष्ट कहा कि मैं हार्ड कोर कांग्रेसी हूं.

पढ़ना दोनों में से किसी को आता नहीं, पर कर रहे थे 'तकरार', जानें माजरा

Russian Writer Leo Tolstoy: टॉल्स्टॉय की छोटी कृतियों में 'द डेथ ऑफ इवान इलिच' (1886) को उपन्यास के सर्वोत्तम उदाहरण के तौर पर पेश किया जाता है. अपने अंतिम तीन दशक टॉल्स्टॉय ने नैतिक एवं धार्मिक शिक्षक के रूप में गुजारा. महात्मा गांधी भी टॉल्स्टॉय के विचारों और सिद्धांतों से खूब प्रभावित रहे.

Jaipur Literature Festival 2024: गुलाबी नगरी में चलता रहा 5 दिनों तक साहित्य का महाकुंभ

JLF 2024: इस फेस्टिवल में गीतकार गुलजार, आरबीआई के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन, पत्रकार सह लेखक मृदुला गर्ग, लेखक अमीश, क्रिकेटर अजय जडेजा सहित कई नामचीन लोग जुटे. रविवार को इस फेस्टिवल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी पहुंचे थे.

जो था ईश्वर की तरह निष्पाप और सुंदर, वही बन गया शैतान की तरह क्रूर

American storyteller O. Henry: अपने लेखन से जुड़ रहते हुए ओ हेनरी बहुत ज्यादा शराब पीने लगे थे. नतीजतन वे लीवर सिरोसिस, मधुमेह की जटिलताओं और बढ़े हुए दिल का शिकार हो चुके थे. आखिरकार इन सब की वजह से एक रोज ब्रेन हैमरेज हुआ और उनकी सांसें हमेशा के लिए थम गईं.

आज उस साहित्यकार का है जन्मदिन, जिसने दो बार पद्मश्री सम्मान लेने से किया था इनकार

Acharya Janakivallabh Shastri: 5 फरवरी 1916 में जानकीवल्लभ शास्त्री का जन्म हुआ था और 7 अप्रैल 2011 में देहावसान. उन्हें दो बार पद्मश्री सम्मान देने का प्रस्ताव रखा गया पर आचार्य ने सम्मान लेने से इनकार कर दिया. पहली बार 1994 में उन्हें पद्मश्री सम्मान देने का प्रस्ताव मिला और दूसरी बार 2010 में.

DNA Lit में पढ़ें रूसी कथाकार लियो टॉल्स्टॉय की 2 लघु कथाएं

टॉल्स्टॉय की 'वॉर एंड पीस' और 'अन्ना कैरेनिना' खूब चर्चित रहे हैं. 'वॉर एंड पीस' उपन्यास टॉल्स्टॉय ने विक्टर ह्यूगो के 'लेस मिजरेबल्स' पढ़ने के तुरंत बाद लिखा था. इसलिए यह ह्यूगो से काफी प्रभावित दिखता है. आज DNA Lit में टॉल्स्टॉय की 2 लघुकथाएं लेकर आए हैं, जिनमें टॉल्स्टॉय का विट साफ-साफ दिखेगा.

दिल्ली वर्ल्ड बुक फेयर 2024: डेट से लेकर थीम तक और टिकट से पार्किंग तक की डिटेल्स जानें यहां

NDWBF 2024: एनबीटी के मुताबिक, प्रगति मैदान के हॉल नंबर 1 से 5 तक में यह पुस्तक मेला लगाया जा रहा है, जिसमें 2000 के करीब किताबों के स्टॉल होंगे. इस बार मेले की थीम 'बहुभाषी भारत' है और मेले में अतिथि देश के तौर पर सउदी अरब को आमंत्रित किया गया है. 9 दिनों तक यह मेला दिन के 11 बजे से रात 8 तक चलेगा.

DNA Lit में पढ़ें अमेरिकी कहानी 'दूसरे देश में' की आखिरी किस्त

Ernest Hemingway Story dusare Desh Mein: डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेजर की पत्नी, जो युवा थी और जिससे उसने तब तक शादी नहीं की थी जब तक वह निश्चित रूप से युद्ध के लिए असमर्थ नहीं ठहरा दिया गया था, निमोनिया से मरी थी. वह केवल कुछ दिनों तक ही बीमार रही थी.

DNA Lit में पढ़ें अमेरिकी कहानी 'दूसरे देश में' की चौथी किस्त

Ernest Hemingway Story dusare Desh Mein: ओ, वाकई, मेजर ने कहा. "तो फिर तुम व्याकरण के इस्तेमाल में हाथ क्यों नहीं लगाते?" अतः हमने व्याकरण के इस्तेमाल में हाथ डाला और जल्दी ही इतालवी इतनी कठिन भाषा हो गई कि मैं तब तक उससे बात करने से डरता था जब तक कि मेरे दिमाग में व्याकरण की तस्वीर साफ नहीं आ जाती.

DNA Lit में पढ़ें अमेरिकी कहानी 'दूसरे देश में' की तीसरी किस्त

Ernest Hemingway Story dusare Desh Mein: हम सभी के पास एक जैसे तमगे थे, उस लड़के को छोड़कर जो अपने चेहरे पर काला रेशमी रूमाल बांधता था और वह मोर्चे पर तमगे ले सकने जितनी देर नहीं रहा था. निस्तेज चेहरे वाला लंबा लड़का, जिसे वकील बनना था, आर्दिती का लेफ्टिनेंट रह चुका था.