डीएनए हिंदी: भक्त के साथ मारपीट को लेकर विवादों में घिरे उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित करौली आश्रम के बाबा किसी नेता से मंत्री से कम नहीं है. उनका रौंब पुलिस पर भी चलता है. इसका एक वीडियों भी सामने आ चुका है. जहां थाने पहुंचते ही पुलिसकर्मी बाबा के पैर छुने लगे थे. इसके पीछे डाॅ संतोष भदौरियां की इलाके में बड़ा दबदबा होना है. कभी किसान नेता से कोयला चेयरमैन बनकर लाल बत्ती में घूमने वाले संतोष भदौरियां आज ढ़ाई करोड़ रुपये की गाड़ी में बैठ काफिले के साथ चलते हैं. कुछ ही दिन में अरबों रुपये की संपत्ति बना ली है. यही वजह है कि बाबा के आश्रम से लेकर उनके साथ भारी सिक्योरिटी और बाउंसरों की टीम चलती है.
दरअसल किसान नेता से बाबा बने संतोष सिंह भदौरिया पर उन्हीं के आश्रम में एक भक्त ने मारपीट का आरोप लगाया. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें बाबा और भक्त के बीच तीखी बहस चलती दिखाई दी. आरोप है कि इसके बाद भक्त के साथ मारपीट की गई. उसे आश्रम से बाहर कर दिया गया. उसने कुछ दिनों बाद मामले की शिकायत पुलिस को दी है. पुलिस इस मामले में बाबा संतोष भदौरिया से पूछताछ के लिए आश्रम पहुंची. यहां उन्हें घंटों इंतजार के बाद बाबा ने मुलाकात कर मौखिक रूप से घटना की जानकारी दी. पुलिस को लिखित बयान पर उन्होंने अपने वकील के सामने होने पर ही जवाब दाखिल करने की बात कही है.
आश्रम में लगे 250 कैमरे, लेकिन नहीं मिली फुटेज
जानकारी के अनुसार, करौली आश्रम में 250 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. उनकी फुटेज जांच की गई तो पता चला कि हर 15 दिन पर फुटेज डिलीट कर दी जाती है. सीसीटीवी की फुटेज को सिर्फ 15 दिन तक ही रिकाॅर्ड रखा जाता है. इसके बाद यह खत्म हो जाता है. ऐसे में मारपीट की घटना के महीना बीतने की वजह से पुलिस के हाथ खाली रह गए.
हर दिन हजारों लोग पहुंचते है करौली आश्रम
कानपुर में स्थित करौली आश्रम पर हर दिन 3 से 4 हजार भक्त पहुंचते है. बताया जाता है कि यहां भक्तों को 100 रुपये की पर्ची कटवाने का बाद आश्रम में प्रवेश दिया जाता है. इसे संतोष भदौरियां ने कुछ ही दिन में बड़ी सुख सुविधाएं कर ली है. वहीं संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा पर पहले कई गंभीर और आपराधिक आरोप लग चुके हैं. करीब 28 से 30 साल पूर्व उनके खिलाफ कई मुकदमें दर्ज हो चुके हैं.
इन दावों को लेकर भी सुर्खियों में रहा संतोष भदौरियां
संतोष भदौरियां अपने कई दांवों को लेकर सुर्खियां बटौर लेता है. इनमें एक प्रयागराज हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद के शूटर्स को ढूंढने का है. इसमें बाबा ने पुलिस को मदद करने का दावा पेश किया था. उन्होंने कहा कि एक दिन आश्रम में आकर अनुष्ठान करना होगा. इसे पुलिस की यह परेशानी खत्म हो जाएगी. वहीं भारत और पाक के रिश्ते को लेकर संतोष भदौरियां ने कहा था कि इन्हें सुलझा सकते हैं.
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करोड़ों की गाड़ी, सिक्योरिटी गार्ड्स का जत्था और भक्तों की भरमार, ऐसे निकलता है संतोष सिंह भदौरिया का काफिला