Overthinking Kaise Dur Kare: अगर आप बहुत ज्यादा सोच में डूबे रहने लगे हैं तो ओवरथिंकिंग का शिकार हो गए हैं. ओवरथिंकिंग के कारण व्यक्ति फैसले नहीं ले पाता है और न ही विचार व्यक्त कर पाता है. ओवरथिंकिंग की वजह से दिमाग हमेशा व्यस्त और थका हुआ महसूस करता है. ज्यादा ओवरथिंकिंग में डूबे रहना मानसिक समस्या बन सकता है. आप इन लक्षणों से ओवरथिंकिंग की पहचान कर सकते हैं. चलिए आपको इसके लक्षणों और इससे बचाव के तरीकों के बारे में बताते हैं.
ओवरथिंकिंग के लक्षण (Overthinking Symptoms)
- हमेशा पुरानी बातों को याद करना और नई बातों को लेकर सोच में डूबे रहना
- हमेशा सोच में डूबे रहने के कारण नींद प्रभावित होना
- सोच-विचार में डूबे रहने से समय को बर्बाद करना
- छोटी-छोटी बातों को दिल और दिमाग पर लेना
- हमेशा बीते हुए और आने वाले समय के बार में सोचना और चिंतित होना
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ऐसे करें ओवरथिंकिंग से बचाव (How To Stop Overthinking)
- आप ओवरथिंकिंग को कम करने के लिए मेडिटेशन, योग और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं. इस तरीके से आप ज्यादा सोचने की आदत को कंट्रोल कर सकते हैं.
- अगर आपकी ओवरथिंकिंग की आदत बहुत बढ़ गई है तो डायरी लिखकर मन को हल्का कर सकते हैं. ऐसे में ओवरथिंकिंग को कम कर सकते हैं.
- ओवरथिंकिंग की समस्या से जूझ रहे हैं तो रात को सोने से पहले आप किताब पढ़ सकते हैं. किताब पढ़ने से आप खुद को ओवरथिंकिंग से रोक सकते हैं.
- एक्सरसाइज, खेल और अन्य शारीरिक गतिविधियों को डेली रूटीन में शामिल करके आप ओवरथिंकिंग को कम कर सकते हैं.
- बातचीत के जरिए भी ओवरथिंकिंग कम कर सकते हैं. परिवार और दोस्तों के साथ बैठकर समय बिताएं और घूमने-फिरने का प्लान बनाएं.
- इन तरीकों को अपनाने के बाद भी आप ओवरथिंकिंग को नहीं रोक पा रहे हैं तो थेरेपिस्ट या काउंसलर की मदद ले सकते हैं.
(Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. इस पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.)
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Overthinking Control Tips
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