जिस तरह रक्त शर्करा  (Blood Sugar) या कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर में वृद्धि कई गंभीर और जीवन-घातक समस्याओं का कारण बन सकती है, उसी तरह यूरिक एसिड (Uric Acid) के स्तर में वृद्धि भी स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हो सकती है. यूरिक एसिड युक्त खाद्य पदार्थ शरीर में प्यूरीन के बड़े संचय का कारण बनते हैं. चूंकि यूरिक एसिड नलिकाओं से बाहर नहीं निकल पाता, इसलिए वे छोटी-छोटी पथरी में बदल जाती हैं. ये पथरी जोड़ों या किडनी में जमा होने लगती है. इसके स्तर में वृद्धि से असहनीय दर्द होता है. शायद इसीलिए हाथ-पैरों में झनझनाहट होती है. 

यूरिक एसिड हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाला एक रसायन है. इसलिए इसे नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है. महिलाओं में सामान्य यूरिक एसिड का स्तर 3.5 से 6 mg/dL होता है. पुरुषों में यूरिक एसिड का सामान्य स्तर 4 से 6.5 mg/dL माना जाता है. जब यूरिक एसिड का स्तर सामान्य स्तर से अधिक हो जाता है, तो वे शरीर के विभिन्न हिस्सों में जमा हो जाते हैं. आपको इसे दवाओं के बजाय प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने की आवश्यकता है, कुछ प्राकृतिक उपचार आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं.

यूरिक एसिड कब होता है?

शराब के अत्यधिक सेवन से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है. यदि यूरिक एसिड के स्तर को लंबे समय तक नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो जोड़ों में क्रिस्टल जमा होने लगते हैं, जिससे हाइपरयुरिसीमिया नामक स्थिति पैदा होती है, जो गठिया का कारण बनती है. यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है.

यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने के उपाय

कुछ जड़ी-बूटियों का सेवन करने से यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. इन जड़ी-बूटियों को पाउडर के रूप में सेवन करने से यूरिक एसिड के स्तर को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है.  

अगर यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक है तो आपको गोखरू, सोंठ, मेथी और अश्वगंधा के चूर्ण का सेवन करना चाहिए.

ये सभी जड़ी बूटियां किडनी की पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ देती हैं और गुर्दे के स्वास्थ्य में सुधार करती हैं. आप इन जड़ी-बूटियों का चूर्ण और काढ़ा दोनों ही ले सकते हैं. गोखरू को 400 ग्राम पानी में उबालें, 10 ग्राम रह जाने पर पानी को ठंडा करके पी लें. 

सूखे अदरक में जिंजरोल होता है और इसमें पोटेशियम, जिंक, आयरन, विटामिन, कैल्शियम और बीटा-कैरोटीन भी होता है. जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और शरीर को स्वस्थ रखता है. जिन लोगों को हाई यूरिक एसिड है उन्हें अदरक खाना चाहिए.

एक कटोरी में सोंठ और एक चम्मच मेथी दाना मिलाकर पीने से यूरिक एसिड कम होता है. यह दर्द और सूजन को नियंत्रित करता है.

अश्वगंधा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और शरीर में दर्द और सूजन से राहत दिलाने में कारगर है.

इसके अलावा गोखरू, सोंठ, मेथी और अश्वगंधा को मिलाकर मिक्सर में बारीक पाउडर बना लें. इस चूर्णित औषधि का सेवन सुबह-शाम करें, आपको फर्क साफ नजर आएगा. इस चूर्ण का सेवन करने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है, सूजन कम होती है और यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है. 

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(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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जोड़ों में क्रिस्टल बन चुके यूरिक एसिड को भी बाहर कर देंगे ये आयुर्वेदिक नुस्खे
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यूरिक एसिड कम करने के घरेलू उपाय
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यूरिक एसिड कम करने के घरेलू उपाय

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जोड़ों में क्रिस्टल बन चुके यूरिक एसिड को भी बाहर कर देंगे ये आयुर्वेदिक नुस्खे

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