Maharashtra Baldness Virus: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में रातोंरात बाल झड़ने से लोगों के गंजा होने के बाद अब नई तरह का वायरस फैल गया है. जिले की शेगांव तहसील के कई गांवों में 'गंजा वायरस' के बाद अब अचानक लोगों के नाखूनों में विकृति फैल गई है और वे गिरने लगे हैं. इससे हड़कंप मच गया है. अब तक ऐसे 29 मरीज मिल चुके हैं, जिन्हें प्रारंभिक इलाज देने के बाद उनकी आगे की जांच शुरू कर दी गई है. इस रहस्यमय बीमारी के कारण लोगों में दहशत का माहौल है, क्योंकि अब तक अचानक सिर के पूरे बाल झड़ने की बीमारी का भी कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आ सका है.
पिछले 5 दिन से गिरने शुरू हुए हैं नाखून
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेगांव तहसील के बोंडगांव और उसके आसपास के गांवों में नाखून गिरने की बीमारी फैली है. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में बोंडगांव के सरपंच रामेश्वर धारकर के हवाले से बताया गया है कि यह रहस्यमयी बीमारी पिछले 4-5 दिन से लोगों में देखी गई है. लोगों के नाखूनों में पहले विकृति फैल रही है और फिर वे गिर जा रहे हैं. ऐसा कई लोगों में हो चुका है. उन्होंने कहा कि इससे पहले दिसंबर में इसी तरह अचानक लोगों के बाल झड़ने शुरू हुए थे और वे अचानक गंजे हो गए थे.
चार गांवों में अब तक 29 लोग हुए शिकार
बुलढाणा हेल्थ डिपार्टमेंट के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल बांकर ने इस बीमारी की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि अब तक 4 गांवों में ऐसे 29 मरीज मिले हैं, जिनमें यह बीमारी देखी गई है. कुछ लोगों के नाखून पूरी तरह से गिर गए हैं. ऐसे लोगों को प्रारंभिक उपचार दिया गया है. इन सभी को आगे की जांच के लिए शेगांव अस्पताल भेजा गया है.
हेल्थ डिपार्टमेंट ने जुटाए हैं सैंपल
हेल्थ डिपार्टमेंट ने बोंडगांव और उसके आसपास के गांवों में सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं ताकि अचानक नाखून गिरने के कारणों का कुछ पता लग सके. इन गांवों में डॉक्टरों की एक टीम भेजी गई थी, जिसने बोंडगांव, भोगांव और खटखेर गांवों के बहुत सारे लोगों के ब्लड सैंपल लिए हैं. इन सैंपलों को जांच के लिए भेज दिया गया है. गंजा वायरस के बाद नाखून गिरने के सबसे ज्यादा शिकार इन्हीं गांवों में मिले हैं.
दिसंबर में अचानक गंजे हो गए थे करीब 300 लोग
शेगांव तहसील के गांवों में इन अजीबोगरीब बीमारियों की शुरुआत दिसंबर, 2024 में हुई थी. उस समय अचानक 300 लोग गंजे हो गए थे. इन ग्रामीणों के बाल बेहद तेजी से झड़ गए थे, जिससे हड़कंप मच गया था. यह बीमारी भी बोंडगांव और उसके पड़ोस के गांवो में ही फैली थी. इसके बाद उन ग्रामीणों के सैंपल जुटाए गए थे.
क्या पंजाब-हरियाणा का गेहूं ही है नाखून गिरने का भी जिम्मेदार?
बोंडगांव और उसके पड़ोसी गांवों में बालों के बाद अब नाखून गिरने का भी जिम्मेदार क्या हरियाणा-पंजाब से आने वाला गेहूं ही है? यह सवाल उन रिपोर्ट के आधार पर उठया गया है, जो बाल झड़ने के बाद हुई प्राथमिक रिसर्च में सामने आई थी. इस तरह बाल गिरने की स्थिति को एलोपेसिया टोटलिस कहा जाता है, जिस पर यह रिसर्च रायगढ़ जिले के महाड़ निवासी डॉ. हिम्मतराव बावस्कर ने की थी. बुलढाणा में ही प्रमुख हेल्थ एक्सपर्ट के तौर पर काम करने वाले डॉ. बावस्कर पद्मश्री से सम्मानित हैं. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि महाराष्ट्र में सरकारी राशन की दुकानों के जरिये बांटे जा रहे गेहूं में सेलेनियम का बेहद हाई लेवल है. यह गेहूं पंजाब लऔर हरियाणा से आया है, जिसमें स्थानीय गेहूं कि किस्मों के मुकाबले 600 गुना ज्यादा सेलेनियम है. इसी सेलेनियम के कारण बाल अचानक झड़ने लगे हैं. डॉ. बावस्कर के दावे के आधार पर ही अब नाखून गिरने को लेकर भी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमोल गीते ने सेलेनियम के हाई लेवल को ही जिम्मेदार माना है. उनका कहना है कि शुरुआती जांच में यही बात सामने आई है, जिसके निर्णायक परिणाम अगले कुछ दिन में मिल जाएंगे.
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