डीएनए हिंदी: केंद्र सरकार ने सभी जरूरी दस्तावेजों को आधार कार्ड (Aadhaar Card) से लिंक कर दिया है लेकिन लोगों के लिए सारे दस्तावेज संभालना झंझट का काम होता है. ऐसे में अब आईटी मंत्रालय (IT Ministry) एक ऐसी डिजिटल आईडी का प्रस्ताव लेकर आया है जिसमें सभी दस्तावेज लिंक होंगे. मंत्रालय ने इसे फेडरेटेड डिजिटल आइडेंटिटी (Federated Digital ID) नामक नया मॉडल बताया है.
इंटरलिंक होंगी सभी आईडी
आईटी मंत्रालय के इस नए प्रस्ताव के तहत जो नई डिजिटल यूनिक आईडी बनेगी उसमें सभी आईडी को इंटरलिंक किया जाएगा. इस आईडी के जरिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट आपस में एक दूसरे से लिंक होंगे. मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि यह एम्ब्रेला डिजिटल आईडी नागरिक को सभी पहचानों पत्रों पर नियंत्रण रखने और उसे यह चुनने का विकल्प देगी कि किस उद्देश्य के लिए उसकी किस आईडी का इस्तेमाल किया जाए. जानकारी है कि इस प्रस्ताव को जल्द ही सार्वजनिक कर दिया जाएगा.
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कैसे काम करेगा सिस्टम
IT मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक फेडरेटेड डिजिटल पहचान एक रजिस्ट्री की चाबी के रूप में भी काम करेगी जहां सभी अलग-अलग राज्य और केंद्र सरकार की आईडी संग्रहीत की जा सकती हैं. नागरिक प्रमाणीकरण और सहमति वाले ई-केवाईसी के माध्यम से अन्य थर्ड पार्टी सर्विस का लाभ उठाने के लिए डिजिटल आईडी का उपयोग कर सकेंगे.
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इसके अलावा एक नागरिक की सभी डिजिटल आईडी को एक दूसरे के साथ जोड़ा जा सकता है. ऐसे में मसौदे के अनुसार बार-बार वेरिफिकेशन प्रक्रिया की आवश्यकता खत्म हो जाएगी. मंत्रालय ने यह प्रस्ताव इंडिया एंटरप्राइज आर्किटेक्चर 2.0 के तहत आगे बढ़ाया है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि इससे लोगों को किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए अनेकों दस्तावेजों को साथ रखने की आवश्यकता नहीं होगी. वो अपनी एक डिजिटल यूनिक आईडी से सारे काम कर सकेंगे.
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