एक देश एक चुनाव विधेयक (One Nation One Election Bill) लोकसभा में भारी हंगामे के बीच पेश किया गया है. इस बिल के पक्ष में 269 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 198 सांसदों ने वोट दिया है. बिल पेश होने के बाद कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि इस मुद्दे पर व्यापक सहमति बनाने के लिए सभी पक्षों से चर्चा की जाएगी. विपक्षी सांसदों ने बिल का जोरदार विरोध करते हुए कहा कि यह संविधान की मूल आत्मा के विरोध में हैं. बीजेपी (BJP) ने सोमवार को सदन में सांसदों के मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया था.
सरकार बिल को JPC के पास भेजने के लिए तैयार
वन नेशन वन इलेक्शन बिल को सरकार जेपीसी के पास भेजने के लिए तैयार है. कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा है कि जेपीसी के पास बिल को भेजा जाएगा. सरकार भी ऐसा ही चाहती है. उन्होंने कहा, 'रूल 74 के तहत जेपीसी के गठन का प्रस्ताव करूंगा. यह बिल संविधान संशोधन के खिलाफ नहीं है. बिल इतिहास बनाने का अवसर है. इससे विधानसभाओं की शक्तियां कम नहीं होंगी.' बिल के समर्थन में NDA के सभी दल हैं. बीजेपी, लोजपा रामविलास, शिवसेना (शिंदे गुट), टीडीपी जैसे दलों ने बिल का समर्थन किया है.
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कांग्रेस समेत विपक्षी दल बिल के विरोध में
बिल के विरोध में इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल हैं. कांग्रेस के अलावा, टीएमसी, जेएमएम, डीएमके जैसे दलों ने बिल का विरोध किया है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि यह भारतीय संविधान की मूल भावना और राज्यों की विधानसभाओं के अधिकारों को सीमित करने वाला बिल है. टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बिल लोकतंत्र के खिलाफ है. हम इसका विरोध करेंगे.
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One Nation, One Election: लोकसभा में पेश हुआ एक देश एक चुनाव बिल, पक्ष में पड़े 269 वोट