भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित को इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के नए चीफ ऑफ डिफेंस इंटिग्रेशन (CISC) के रूप में नियुक्त किया गया है. वे 1 मई से अपना कार्यभार संभालेंगे. इससे पहले यह पद लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू के पास था जिनका कार्यकाल 30 अप्रैल को समाप्त हो गया. एयर मार्शल दीक्षित के पास उड़ान संचालन, प्रशिक्षण और रणनीतिक परियोजनाओं का लंबा अनुभव है. इलाहाबाद स्थित मध्य वायु कमान में बतौर एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ कार्यरत दीक्षित की नियुक्ति रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता और आधुनिकता को नई दिशा देने के रूप में देखी जा रही है.
लंबा करियर और विविध अनुभव
एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित एक प्रायोगिक परीक्षण पायलट और योग्य उड़ान प्रशिक्षक हैं. उन्होंने 3,300 घंटे से अधिक विभिन्न वायुसेना विमानों पर उड़ान भरी है. अपने 40 वर्षों के करियर में उन्होंने कई बड़े संचालन और स्टाफ जिम्मेदारियाँ संभाली हैं. उन्होंने वायुसेना के मिराज स्क्वाड्रन की कमान संभाली, फ्रंटलाइन फाइटर एयर बेस और एक प्रमुख ट्रेनिंग बेस का नेतृत्व किया. साथ ही एयर फोर्स टेस्ट पायलट स्कूल में ट्रेनिंग स्टाफ के रूप में भी सेवा दी.
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योजना और तकनीकी नेतृत्व
वायुसेना मुख्यालय में उन्होंने सहायक वायुसेना प्रमुख (प्रोजेक्ट्स) और (योजना) के रूप में कार्य किया. उनके नेतृत्व में कई प्रमुख तकनीकी और रक्षा परियोजनाएं शुरू की गईं, जिनका मकसद था भारतीय वायुसेना को और अधिक आत्मनिर्भर बनाना और तकनीकी रूप से उन्नत बनाना. एयर मार्शल दीक्षित की सेवाओं को देखते हुए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक, वायु सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है.
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Air Marshal Ashutosh Dixit
कौन हैं एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित, जिनके कंधों पर होगी CISC की जिम्मेदारी! उड़ान, प्रशिक्षण और योजना का व्यापक अनुभव