डीएनए हिंदीः एथेरोस्क्लेरोसिस जिसे धमनियों का सख्त होना कहा जाता है, तब होता है जब नसों की दीवारों और खून में वसा यानी गंदे कोलेस्ट्रॉल में जमा होने लगते हैं. ये खून में जमी वसा कई बार नसों में थक्के बनकर जमा होने लगती है और ब्लड सर्कुलेशन को रोक देती है, नतीजा स्ट्रोक या हार्ट अटैक के रूप मे सामने आता है.
यहां आपको उन 4 काले बीज के बारे में बताएंगे जिसे अगर आप बैलेंस डाइट और एक्सरसाइज के साथ लेंगे तो आपकी नसों में जमा ये गंदा कोलेस्ट्रॉल और फैट गल कल शरीर से बाहर निकल जाएगा.
इन चार बीज को डाइट में करे शामिल, हाई कोलेस्ट्रॉल हो जाए कम
कलौंजी के बीज- ये खून में जमा एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को साथ ही ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करते हैं. कलौंजी के बीज के पाउडर ही नहीं, कलौंजी के तेल भी बहुत अधिक प्रभावी होते हैं. कलौंजी बीज पाउडर अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल के स्तर को बढ़ा देते हैं. एक रिसर्च में ये पाया गया कि जो लोग रोज कलौंजी को खाए थे उनमें कुल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल में कमी आई, जबकि एचडीएल कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि हुई. 12 सप्ताह तक रोजाना 2 ग्राम कलौंजी लेने से कुल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल दोनों कम हो गए.
काले तिल के बीज - लिपिड स्तर को कम करने में तिल का प्रभाव बहुत ज्यादा होता है. ये कोलेस्ट्रॉल और उच्च ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है. रोज 25 से 50 ग्राम या दो से तीन बड़े चम्मच लेना शुरू कर दें. तिल के बीज ओमेगा-3 से भरे होते हैं और ये गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते और बैड कोलेस्ट्राल को कम करते हैं. शो) में पाया गया कि तिल खाकर लोगों ने एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को 8 से 16% के बीच कम किया और कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को औसतन लगभग 8% कम किया था. तिल असल में छोटी आंत से कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकने में मदद कर सकता है और एंजाइम एचएमजी सीओए रिडक्टेस की गतिविधि को कम कर सकता है, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल बनाने में शामिल है.
चिया सीड्स- ये बीज घुलनशील फाइबर और म्यूसिलेज से भरे होते हैं और ये फाइबर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही पाचन को धीमा करने में मदद कर सकते हैं, जो भोजन खाने के बाद ब्लड शुगर स्पाइक्स को रोकते हैं. प्रतिदिन एक आउंस चिया बीज का सेवन करने से मोटापा, हृदय रोग और मधुमेह के जोखिम को कम किया जा सकता है. सीड्स फाइबर से भी भरपूर होते हैं जो शरीर को डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करते हैं.
अलसी के बीज- रोज अलसी के बीज खाने से कुल कोलेस्ट्रॉल और कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल, या "खराब") कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है. एक शोध में पाया गया कि हल्के से मध्यम हाइपरकोलेस्टेरोलेमिक नेटिव अमेरिकन पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं ने जब अलसी के बीज रोज करीब 30 ग्राम तीन महीने तक लिया तो उनके एलडीएल कोलेस्ट्रॉल में 10% की कमी दिखी और गुड कोलेस्ट्रॉल में 7% की बढ़त हुई थी. उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों को रोज कम से कम 30 ग्राम अलसी का उपयोग करना चाहिए.
तो इन काले बीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बना लें, चाहें तो सारे बीजों को बराबर मात्रा में भूनकर पीस लें और रोज फांक लिया करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल छान देंगे ये 4 काले बीज, खून में जमी वसा भी पिघलकर आएगी बाहर