डीएनए हिंदी: अगर शरीर में लंबे समय तक ब्‍लड शुगर का लेवल हाई बना रहे तो ये डायबिटीज में बदल जाता है. जिस तरह उम्र के साथ बीपी का स्‍तर बढ़ता है और उसे नार्मल माना जाता है उसी तरह शुगर का लेवल भी बढ़ता है. लेकिन ये लेवल कितना होना चाहिए ये पता होना जरूरी है. क्‍योंक‍ि अगर शुगर के नार्मल रेंज की जानकारी न हो तो कई बार ये खतरनाक हो सकता है. 

अमेरिकन डायबीटीज असोसिएशन (ADA) के अनुसार फास्टिंग के समय या खाने के बाद ब्‍लड शुगर का रेंज  उम्र के अनुसार अलग-अलग होता है लेकिन ये कितना नार्मल होता है और कब ये हाई होने का संकेत देता है, यह उम्र के मुताबिक अलग-अलग होता है. एसोसिएशन के अनुसार 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए शुगर लेवल के पैरामीटर्स अलग और कम वालों के अलग होते हैं. तो चलिए जानें कि उम्र के अनुसार ब्‍लड शुगर कब और कितना नार्मल और खतरे का संकेत देता है.  

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जानिए ब्‍लड शुगर चेक करने का सही समय
अगर आपको अपने शुगर की रेंज की सही जानकारी चाहिए तो आपको इसे सुबह के समय ही मापना चाहिए. सुबह खाली पेट फस्टिंग की रीडिंग सबसे बेस्‍ट होती है. रात के खाने और सुबह जांच के समय करीब 8 घंटे का गैप होना जरूरी है. 

उम्र के अनुसार जानिए शुगर की नार्मल रेंज क्‍या है

  • 6-12 साल की उम्र में फास्टिंग के दौरान ब्लड शुगर 80 से 180 mg/dl होना चाहिए जबकि लंच के बाद इसकी रेंज 140 mg/dL तक होनी चाहिए. वहीं,  डिनर के बाद ये 100 से 180 mg/dl तक रहे तो ये नार्मल रेंज है.
  • 13-19 साल की उम्र में फास्टिंग शुगर लेवल 70 से 150 mg/dl और लंच के बाद 140 mg/dL और डिनर के बाद 90 से 150 mg/dl होना चाहिए.
  • 20-26 साल उम्र वालों में फास्टिंग 100 से 180 mg/dl तो लंच के बाद 180 mg/dL होना चाहिए. डिनर के बाद ये रेंज 100 से 140 mg/dl तक नार्मल मानी जाती है.
  • 27 से 32 की उम्र में फास्टिंग का रेंज 100 mg/dl, लंच के बाद 90-110 mg/dL और डिनर के बाद 100 से 140 mg/dl तक नार्मल होता है.
  • 33 से 40 साल की उम्र में फास्टिंग रेंज 140 mg/dl, लंच के बाद 160 mg/dl और डिनर के बाद 90 से 150 mg/dl तक नार्मल माना जाता है. 
  • 50-60 और उससे ऊपर की उम्र में फास्टिंग 90 से 130 mg/dL और लंच के बाद 140 mg/dl से कम होना चाहिए। जबकि डिनर के बाद 150 mg/dl तक नार्मन रेंज होता है.

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जानिए कब होता है प्री डायबिटिक का खतरा
ये वो स्टेज है, जिसमें कुछ समय पहले ही डायबिटीज के शुरूआती लक्षण दिखने लगते हैं. फास्टिंग में ब्लड शुगर लेवल 70-100 mg/dl के बीच होना चाहिए, लेकिन अगर ये स्तर 100-126 mg/dl पर पहुंच जाए तो इसे प्री-डायबिटीज कंडीशन माना जाता है. इसके बाद अगर शुगर लेवल 130 mg/dl से ज्यादा पर पहुंच जाता है तो यह काफी खतरनाक माना जाता है.

खाने के बाद क्या होना चाहिए लेवल?
खाने के बाद शुगर लेवल हर किसी का बढ़ता है. खाने के करीब दो घंटे बाद अपना शुगर चेक करें और ये 130-140 mg/dl के बीच है तो यह समान्‍य माना जाएगा लेकिन इससे ज्यादा होना डायबिटीज का साइन है. खाने के दो घंटे बाद भी अगर आपका शुगर लेवल 200-400 mg/dl हो जा रहा तो ये खतरे का संकेत है. इतनी शुगर से आपके हार्ट, किडनी फेल होने का खतरा होगा. 3 महीने का औसत शुगर लेवल यानी एचबीए1सी 7% से नीचे होना चाहिए.  जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है उनके लिए अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन इस मानक को बढ़ा कर देखती है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 


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Blood Sugar Facts: Its range varies according to age how much is normal at what age
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उम्र के अनुसार बदता है ब्‍लड शुगर का रेंज, किस उम्र में कितना है नॉर्मल?
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उम्र के हिसाब से बदलता रहता है ब्‍लड शुुगर लेवल
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उम्र के हिसाब से बदलता रहता है ब्‍लड शुुगर लेवल 

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Blood Sugar Facts : उम्र के अनुसार बदलती है शुगर की रेंज, जानिए प्री-डायबिटीज का संकेत