डीएनए हिंदी: आजकल लोग डायबिटीज (Diabetes) से बहुत परेशान हैं, दवाएं, मेडिकल इलाज सब करके हार गए हैं लेकिन शुगर लेवल कंट्रोल (Sugar Level Control) में नहीं रहता है. आयुर्वेद के पास इसका सबसे अच्छा इलाज है, आयुर्वेद में ऐसे कई पेड़, पौधे, जड़ी बूटियां हैं जो डायबिटीज के रोग से निजात दिलाते हैं. जब अग्नाशय हॉर्मोन इंसुलिन (Insulin) रिलीज करने में असमर्थ होता है तब डायबिटीज (Diabetes) बढ़ जाती है. अमलतास (Amaltas Flower) के फूल और पत्तियां टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes)में अग्न्याशय से इंसुलिन हार्मोन का निकलना पूरी तरह से बंद कर देती है. आईए जानते हैं इसका सेवन कैसे करें और किस तरह से यह डायबिटीज मरीजों को राहत देते हैं.
क्या है अमलतास (What is Amaltas)
आप सभी ने कहीं ना कहीं सड़क में यह पेड़ देखा है, कितना खूबसूरत लगता है लेकिन कभी इसके लाभकारी गुणों (Amaltas Benefits) से परिचित नहीं थे. अमलतास का यह पेड़ 5 से 15 मीटर तक ऊंचा हो सकता है. इस पेड़ पर मार्च से जुलाई के बीच सुनहरे पीले रंग (Amaltas Flower Benefits) के फूल लगते हैं,इसके फल लंबे और बेलनाकार होते हैं. इसकी जड़, फूल और पत्तियां सभी में औषधीय गुण भरपूर हैं, इसके फल देखने में किसी डंडे की तरह लगते हैं. यह फल हरे रंग के होते हैं और पक जाने पर यह फल गहरे भूरे रंग का हो जाते हैं. इस पेड़ के फलों,फूलों तने और पत्तों में कई प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो कई प्रकार के शारीरिक समस्याओं के उपचार के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं.
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अमलतास के फूल और पत्तियों को लेकर कई शोध किए गए हैं और अध्ययन से यह बात सामने आई है कि मधुमेह (Amaltas good for Diabetes) रोगी के लिए अमलतास किसी वरदान से कम नहीं है, इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं,जो शुगर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं. अमलतास को अंग्रेजी में गोल्डन शावर (Golden Shower) ट्री कहते हैं. ऐसा कहा जाता है कि गोल्डन शावर ट्री में फूल खिलने के बाद बारिश होती है, यानी बारिश का मौसम शुरू हो जाता है. दरअसल, यह फूल जब जमीन पर गिरते हैं तो लगता है सोने की बारिश हो रही है.
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डायबिटीज में मददगार (Benefits For Diabetic Patient)
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए अमलतास का पौधा बेहद लाभकारी होता है. इसके लिए आप अमलतास के पौधे के छाल का अर्क बनाकर नियमित तौर पर सेवन करें, यह इंसुलिन नियमित रखता है,जिससे शुगर का लेवल नियंत्रित रहता है. एंटी डायबिटीज गुणों से भरपूर यह रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करता है.
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इसके अलावा कई और गुण भी हैं.
जैसे कब्ज की समस्या जल्दी ही ठीक हो जाती है. बस एक दो दिन आप इसके पत्तों का रस लें और फिर देखें दो दिन में कब्ज गायब
गठिया से दिलाए निजात (Benefits to reduce Arthritis and Joint Pain)
जोड़े में दर्द, गठिया में दर्द, कमर में दर्द औऱ सूजन की समस्या से परेशान लोगों के लिए अमलतास का पौधा बेहद गुणकारी होता है. एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर इसकी 15 से 20 पत्तियों को नियमित तौर पर घी में तलकर खाने से गठिया रोग से निजात पाया जा सकता है.
स्किन के लिए काफी लाभकारी है, पेट साफ रखता है. इसके पत्तों से स्नान करने से दाद, धब्बे, एलर्जी और खुजली सब दूर हो जाते हैं.
कैसे करें सेवन (How to make tea of Amaltas)
अमलतास के पत्तों को अच्छे से धो लें और फिर इसे पीसकर इसका रस निकाल लें. इस रस को रोजाना एक चौथाई कप की मात्रा में सेवन करें. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक यह शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है. कुछ लोग चाय के रूप में भी इसका सेवन करते हैं, हालांकि, इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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