डीएनए हिंदी: (Uric Acid Control Naturally ) आज के समय में बीमारियों के पीछे की वजह खराब लाइफस्टाइल और खानपान है. इसी के चलते डायबिटीज से लेकर यूरिक एसिड जैसी गंभीर बीमारियां शरीर में घर कर रही है. यूरिक एसिड की समस्या काफी कॉमन हो गई है. इसकी वजह से ही जोड़ों में दर्द, सूजन, किडनी में पथरी, अर्थराइटिस, हार्ट और यूरिन से जुड़ी बीमारियां पनपती है. यह व्यक्ति का चलना फिरना तो दूर उठना बैठना तक मुश्किल कर देती है. इसकी जिम्मेदार आलस से भरी दिनचर्या और प्यूरीन युक्त चीजों का सेवन है. दिनभर बैठे रहने या फिर लेटने और उल्टा सीधा खाने की वजह से शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है. इसके टूटने के बाद यह यूरिक एसिड का रूप ले लेता है.
यूरिक एसिड खून के साथ मिलकर शरीर के जोड़ों में हड्डियों के बीच जम जाता है. यह हड्डियों में गैप पैदा करने लगता है. साथ ही किडनी की फिल्टर पावर को प्रभावित कर पथरियां बना देता है. इसकी वजह से शरीर में कई सारी बीमारियां पनपने लगती है. हालांकि इसे निपटना भी आसान है. इसके लिए सिर्फ 5 चीजों को अपनाना बेहद जरूरी है. लाइफस्टाइल और खानपान में इन चीजों को शामिल करते ही यूरिक एसिड का लेवल डाउन हो जाता है. आइए जानते हैं वो 5 तरीके, जिनसे यूरिक एसिड डाउन हो जाएगा. साथ ही जोड़ों दर्द सूजन से राहत मिलने के साथ ही पथरी भी पेशाब के रास्ते बाहर हो जाएगी.
ये हैं यूरिक एसिड के लक्षण
यूरिक एसिड का स्तर धीरे धीरे कर हाई होता है. इसे होने वाली परेशानियां भी पहले दर्द फिर सूजन और कुछ समय बाद चुभन की तरह विकराल रूप लेने लगती है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए इसके शुरुआती लक्षण पहचानकर तुरंत जांच करा लें. इसे यूरिक एसिड को समय रहते आसानी से बिना दवाई कंट्रोल किया जा सकता है. इसके शुरुआती लक्षणों में थकान, ड्राई स्किन, जोड़ों में दर्द, सूजन, कब्ज, किडनी में परेशानी, मांसपेशियों में जकड़न और कमजोरी आने लगती है.
यूरिक एसिड को कम करने के हैं नेचुरल तरीके
नींबू का रस
यूरिक एसिड लेवल के हाई होते ही दिन में कम से कम दो बार नींबू पानी पीना शुरू का कर दें. इसकी वजह नींबू में साइट्रिक एसिड होना है, जो यूरिक एसिड को तोड़कर पेशाब के रास्ते फ्लश आउट कर देता है. यह शरीर में प्यूरीन को बढ़ने नहीं देता. इसके साथ ही किडनी को डिटॉक्स करता है.
सब्जियां और बींस का करें सेवन
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए सब्जियां और बींस का भरपूर मात्रा में सेवन करें. हालांकि कुछ सब्जियां प्यूरीन को बढ़ा सकती है. इनसे बचने के लिए डाइट में लाल टमाटर, ब्रोकली, खीरा जैसी सब्जियों को डाइट में शामिल करें. ये प्यूरीन की मात्रा को बढ़ने से रोकने के साथ ही ब्लड फ्लो को बढ़सकर यूरिक एसिड को खून में शामिल होने से रोकती है. वहीं बींस फोलिक एसिड से भरपूर होते हैं. यह यूरिक एसिड को तेजी से कम कर देता है. इसके साथ ही हाई यूरिक एसिड के मरीज भूलकर भी आलू, मशरूम, टर्की, फूलगोभी मटर ओर मांस का ज्यादा सेवन न करें. यह यूरिक एसिड को बढ़ा देते हैं.
अमरूद का फल और पत्ते
अमरूद और उसके पत्तों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यूरिक एसिड के हाई होने पर हर दिन एक अमरूद खाना शुरू कर दें. खाली पेट के इसके पत्तों का सेवन भी कर सकते हैं. नियमित रूप से इनका सेवन करने से यूरिक एसिड फ्लश आउट हो जाता है. यह मुंह के छालों से लेकर जोड़ों के दर्द को खत्म करने में फायदेमंद है.
ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाएं जाते हैं. यह मोटापे को कंट्रोल करने के साथ ही प्यूरीन की मात्रा को कम करती है. दिन में कम से कम दो बार ग्रीन टी का सेवन फायदेमंद है. इसमें हाइपरयुरिसीमिया को कंट्रोल करने की क्षमता होती है. यह तेजी से यूरिक एसिड को फ्लश आउट कर देती है.
एप्पल साइडर विनेगर
यूरिक एसिड हाई होने पर हर दिन एक गिलास पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डाल कर पी लें. हर दिन इसे पीने से यह बॉडी को डिटॉक्स करता है. इसमें मौजूद मौलिक एसिड को यूरिक एसिड को तोड़कर पेशाब के रास्ते बाहर कर देता है. यह जोड़ों में होने वाली दर्द, सूजन और किडनी से पथरी को बाहर कर देता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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इन 5 तरीकों को अपनाते ही कम हो जाएगा यूरिक एसिड, जोड़ों में सूजन और दर्द से तुरंत मिलेगी राहत