डीएनए हिंदी: (High Cholesterol Signs And Symptoms) कोलेस्ट्राॅल और डायबिटीज दोनों ही उन क्राॅनिकल बीमारियों में से एक हैं, जिनका हाई लेवल आपके दिल से लेकर मांसपेशियों को डैमेज कर सकता है. कोलेस्ट्राॅल ब्लड प्रेशर से लेकर नसों में ब्लाॅकेज कर हार्ट अटैक, स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देता है. यह नसों में जमने वाली एक गंदगी है, जो धीरे धीरे कर नसों के अंदरूनी हिस्सों में जगह बना लेती है. इसका हाई लेवल ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर नसों में ब्लाॅकेज कर देता है. इसी को कोलेस्ट्राॅल कहते हैं. हालांकि इसका एक सीमित लेवल गुड कोलेस्ट्राॅल में आता है. यह शरीर के लिए अच्छा होता है, लेकिन हाई होते ही यह बैड कोलेस्ट्राॅल बनकर जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है.
शरीर के बैड कोलेस्ट्राॅल बनने के लक्षण आसानी से नहीं दिखते हैं. इसके खतरनाक लेवल पर पहुंचते ही ये 4 संकेत मिलते हैं. इन्हें अनदेखा करना सीधे रूप से जान के साथ खिलवाड़ करने जैसा है. नसों ब्लाॅकेज यानी हार्ट अटैक या स्ट्रोक से पहले कुछ लक्षण दिखाई देते हैं. ये लक्षण ही कोलेस्ट्राॅल के जानलेवा होने का संकेत देते हैं. आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारें में...
कोलेस्ट्रॉल खतरनाक लेवल पर पहुंचते ही दिखते हैं ये लक्षण
सीने में दर्द
सीने में दर्द कोलेस्ट्राॅल के खतरनाक लेवल पर पहुंचने का एक बड़ा संकेत है. यह हार्ट अटैक आने से कुछ देर पहले की स्थिति है. चेस्ट में दर्द होते ही डाॅक्टर से संपर्क कर लें. यह दर्द दिल की बीमारियों का एक लक्षण है. यह बेहद खतरनाक हो सकता है.
बहुत ज्यादा पसीना आना
चिलचिलाती गर्मी या फिर वर्कआउट के दौरान पसीना आना एक आम बात है, लेकिन आराम से बैठे रहने या फिर सर्दियों में अचानक से खूब पसीना आने लगे तो समझ जाएं कि यह हाई कोलेस्ट्राॅल का बड़ा संकेत है. यह दिल की खतरनाक बीमारियों को बढ़ाने से लेकर हार्ट अटैक या स्ट्रोक से पहले हो सकता है.
लगातार वजन बढ़ना
अगर आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है तो इसे हल्के में न लें. यह कोलेस्ट्राॅल के हाई होने की वजह से हो सकता है. ऐसी स्थिति में मोटापे को कम करने के लिए एक्सरसाइज शुरू कर दें. डाॅक्टर से परामर्श लेने के साथ ही अपना काॅलेस्ट्राॅल का टेस्ट जरूरी कराएं.
बदलने लगता है त्वचा का रंग
कोलेस्ट्राॅल के खतरनाक स्तर पर पहुंचते ही हमारी स्किन के रंग में भी बदलाव होने लगता है. हाथ या पैरों की स्किन पर पीले या नील जैसे निशान नजर आ सकते हैं. इन्हें देखते ही सतर्क हो जाएं. साथ ही लिपिड प्रोफाइल यानी कोलेस्ट्राॅल का टेस्ट करा लें.
पैरों में सूजन
अगर बिना किसी समस्या के अचानक पैरों में सूजन आने लगती है तो यह भी आपके कोलेस्ट्राॅल लेवल की तरफ इशारा करता है. इसे भूलकर भी अनदेखा न करें. एक से दो दिन तक सूजन बनी रहने पर डाॅक्टर से संपर्क करें. इसकी वजह हाई कोलेस्ट्राॅल के चलते स्ट्रोक तक आ सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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