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पत्रकारिता में 25 वर्ष से ज्यादा वक्त गुजारा. झारखंड से प्रकाशित दैनिक देशप्राण से पत्रकारिता की शुरुआत कर प्रभात खबर के धनबाद संस्करण का प्रभार संभाला. दिल्ली के नवभारत टाइम्स में रहते हुए गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद संस्करणों की लॉन्चिंग में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. नोएडा से प्रकाशित अमर उजाला और जनसत्ता में महत्त्वपूर्ण जिम्मेवारियों का निर्वहन. इस बीच रांची के दैनिक भास्कर की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहा. वेबसाइट के लिहाज से न्यूज18 हिंदी की नौकरी पहली रही. इन संस्थानों में रहते हुए खबरों की भाषा, उसके कंटेंट, अखबार की प्लानिंग और ग्राफिक के क्षेत्र में विशेष भूमिका निभाई. रांची विश्वविद्यालय से हिंदी में एमए किया और गुरु जांभेश्वर विश्वविद्यालय से एमएमसी. झारखंड में पला बढ़ा, दिल्ली एनसीआर में गुजर-बसर. साहित्य-संस्कृति और भाषा-बोलियों में खास रुचि. अपराध, सामाजिक सरोकार और साहित्य की खबरों पर विशेष निगाह. फिलहाल, डीएनए इंडिया हिंदी से संबद्ध.
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Leap Year Calculation: 4 साल बाद ही क्‍यों आता है लीप ईयर, जानें, एक्‍स्ट्रा दिन फरवरी में क्यों जोड़ा गया

Leap Year Calculation: दरअसल, सूर्य 365 दिन और करीब 6 घंटे में इस पृथ्‍वी का चक्‍कर लगा पाता है. इसे एक सूर्य वर्ष कहते हैं. और इसके बाद ही नया साल शुरू होता है. तो ये जो 365 के बाद अतिरिक्त 6-6 घंटे की अवधि जुड़ती है तो 4 सालों में यह पूरे 24 घंटे की हो जाती है. एक पूरा दिन 24 घंटे का होता है.

आखिर राजा श्रेणिक ने एक आम चोर को क्यों अपना गुरु मान लिया

Inspirational Story: आम चोर अपनी ओर आकर्षित करने की विद्या जानता था. राजकुमार अभयकुमार के कहने पर राजा श्रेणिक ने उस आम चोर से आकर्षणी विद्या सीखना शुरू किया. इस तरह राजा श्रेणिक का गुरु बन गया एक आम चोर. खास बात यह कि कहानी का यह हिस्सा हमें गुरु के महत्त्व और उनके प्रति सम्मान करने की सीख देता है.

राजमहल के बाग से फूल चुराने वाली युवती को शादी की पहली रात कौन सा वादा पूरा करना था

Inspirational Story: महाराजा श्रेणिक ने आम के ये पेड़ खास तौर से महारानी चेलना के लिए लगवाए थे. इन पेड़ों पर सालों भर आम फलते थे. लेकिन कड़ी पहरेदारी के बाद भी इस बाग से रोज आम की चोरी होने लगी. तब महाराजा के आदेश पर राजकुमार अभयकुमार ने अपनी बुद्धिमानी से चोर को कैसे पकड़ा, जानें इस कहानी को पढ़कर.

सेंट्रल जेल में लिखी गई एक कविता ने उड़ा दी थी अंग्रेजी हुकूमत की नींद, जानें विस्तार से

Pushp Ki Abhilasha: अंग्रेजी हुकूमत ने देश के प्रिय कवि-पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी को राजद्रोह के केस में गिरफ्तार कर बिलासपुर सेंट्रल जेल के बैरेक नंबर 9 में रखा था. 8 महीने की सजा काटने के दौरान जेल में ही माखनलाल ने 28 फरवरी 1922 को 'पुष्प की अभिलाषा' कविता लिखी.

पढ़ें हिंदी का पहला शोकगीत लिखने वाले कवि की 5 श्रेष्ठ कविताएं

Hindi's First Elegy: 'सरोज-स्मृति' को हिंदी का पहला शोकगीत माना जाता है. निराला ने यह शोकगीत अपनी बेटी के निधन के बाद लिखा था, जो महज 19 बरस की उम्र में दुनिया से विदा हो गई थी. इस गीत में वह लिखते हैं - धन्ये, मैं पिता निरर्थक था/कुछ भी तेरे हित न कर सका!

जश्न ए उर्दू में दिखेगा रामलीला का नया अंदाज - दास्तान-ए-रामायण

Jashn-e-Urdu: 22 से 25 फरवरी तक चलने वाले इस 'जश्न-ए-उर्दू' में उर्दू में रामलीला का मंचन भी होगा. यह आयोजन दिल्ली के निजामुद्दीन के पास सुंदर नर्सरी में होना है. इसके अलावा 25 फरवरी की शाम 6:30 बजे इंडियन आइडल 10 के विजेता सिंगर सलमान अली का भी कार्यक्रम होना है.

अफवाह ऐसी फैली और लोग इतने डर गए कि गांव छोड़कर लगे भागने

Don't Spread Rumors: डरे हुए लोगों को गर्मी भी असामान्य लगती है और किसी चिड़िया के चौपाल पर उतरना भी. जबकि ये दोनों चीजें उस गांव में सामान्य हैं. गर्मी भी रोज होती रही थी और इस तरह चिड़िया भी हमेशा उतरती रही है. लेकिन डरे हुए लोगों को ये नजारे थोड़े अचरज भरे और असामान्य लगते हैं.

अफवाहों में लगे होते हैं पंख, बड़ी तेजी से अपने कब्जे में कर लेती हैं पूरा गांव

Don't Spread Rumors: रिश्तेदार इसे सुनती है और गोश्त खरीदने चली जाती है. वह कसाई से बोलती है 'एक पाउंड गोश्त दे दो या ऐसा करो कि जब गोश्त काटा ही जा रहा है तब बेहतर है कि दो पाउंड... मुझे कुछ ज्यादा दे दो, क्योंकि लोग यह कहते फिर रहे हैं कि गांव के साथ कुछ बहुत बुरा होने वाला है.'

और ऐसे फैल गई अफवाह... महिला ने देखा बुरा सपना और अनहोनी की आशंका से डर गया पूरा गांव

Don't Spread Rumors: 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' मार्केज की लाजवाब कहानियों में एक है. इस कहानी में उन्होंने अफवाह फैलने के सामाजिक और मनोवैज्ञानिक वजहों की अभिव्यक्ति बहुत सहज तरीके से की है. उन्होंने दिखाया है कि एक बुरे सपने की कहानी कैसे बुरा होने की आशंका में तब्दील होती है.

सोने के आधे शरीर वाला नेवला क्यों लोट रहा था पांडवों के भंडार गृह में, जानिए क्या है रहस्य

Strange Mongoose: श्रीकृष्ण ने पांडवों से कहा- ‘बंधुओं, यह सत्य है कि आपका यज्ञ अद्वितीय था, जिसमें आप लोगो ने निर्धनों को जी खोलकर दान दिया और असंख्य भूखे व्यक्तियों की भूख-शांत की, किन्तु उस परिवार का दान आपके यज्ञ से बहुत बड़ा था क्योंकि उनलोगों ने उस स्थिति में दान दिया, जब उनके पास कुछ नहीं था.