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भारतीय मुद्रा अपने ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया है. वहीं अमेरिकी फेडरल रिज़र्व के बयान के बाद डॉलर में मजबूती देखी जा रही है. इस दौरान वर्ल्ड बैंक ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर चौंकाने वाला रिपोर्ट जारी किया है. वर्ल्ड बैंक का कहना है कि भारत की आर्थिक विकास के अनुमान में एक फीसदी की कटौती हुई है. हालांकि भारत दूसरे दक्षिण एशियाई देशों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है.

GDP Growth: भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, ब्रिटेन को छोड़ा पीछे

भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-जून तिमाही में अर्थव्यवस्था में 13.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो आरबीआई के 16.2 प्रतिशत के अनुमान से काफी कम है.

Indian GDP: भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज फिर भी देश के सामने हैं बड़ी चुनौतियां

वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही की जीडीपी दर ने भारत की अर्थव्यवस्था के सकारात्मक संकेत दिए हैं लेकिन क्या ये आंकड़ें सबकुछ अच्छा ही बता रहे हैं या इनमें कुछ चिंताजनक स्थिति भी हैं.

RBI Monetary Policy: वित्त वर्ष 2022-23 में कितनी रहेगी देश की GDP? गवर्नर शक्तिकांत दास ने लगाया यह अनुमान

RBI Monetary Policy की बैठक के बाद आज गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में इजाफे का ऐलान किया. वहीं देश की विकास दर को लेकर उन्होंने अपना अनुमान दोहराया है.

Lok Sabha: देश में आर्थिक मंदी का 0% खतरा, जानिए संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्या दावा किया

वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने विपक्ष पर तंज भी कसा कि उनकी चर्चा महंगाई से जुड़ी असल चिंताओं के बजाय राजनीतिक एंगल वाली ज्यादा हैं. इस दौरान कांग्रेस के सांसदों ने लोक सभा से वॉकआउट कर दिया.

DNA Money: हफ्ते की बड़ी खबरें- Market, Stock, Auto World और Finance जगत का पूरा हाल

RBI ने हाल ही में रेपो रेट में आधा अंक की बढ़ोतरी की है. रेपो रेट में बढ़ोतरी से कार लोन, होम लोन और पर्सनल लोन काफी महंगे हो जाएंगे. वहीं CNG की कीमतों में वृद्धि आने से CNG गाड़ियों की बिक्री पर असर देखने को मिला है और पेट्रोल के वाहनों की बिक्री में तेजी आई है. सरकार ने हाल ही में MSP की कीमतों में वृद्धि की है

आरबीआई ने वित्त वर्ष 2023 के लिए विकास अनुमान में नहीं किया बदलाव, जानिए कितनी रह सकती हैं जीडीपी 

आरबीआई को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 16.2 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है, जो चौथी तिमाही तक घटकर 4 प्रतिशत रह जाएगी.

Economic Growth Rate: विश्व बैंक ने दूसरी बार घटाई विकास दर, कोविड-यूक्रेन युद्ध का असर

India Economic Growth: विश्व बैंक ने भारत की विकास दर का अनुमान घटाया है. वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रह सकती है.

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सरकार ने हाल ही में जीडीपी के आंकड़े जारी किए हैं. वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में सरकार को जीडीपी के मोर्चे पर झटका लगा है. 2020-21 में देश की विकास दर 6.6 फीसदी रही थी. SBI और HDFC ने हाल ही में होम लोन की ब्याज दरों में वृद्धि की है. वहीं पेट्रोल-डीजल के सस्ता होने के भी आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं

Q4 GDP: चौथी तिमाही में महंगाई, Omicron ने दिया झटका, GDP 4.1 फीसदी

बढ़ती महंगाई और ओमिक्रोन की वजह से इकोनॉमी की रफ्तार धीमी हो गई है. चौथी तिमाही में जीडीपी 4.1 फीसदी रही...