भारत विरोधी और पाकिस्तान के फेवर में नारे लगाना युवक को पड़ा भारी, पुलिस ने दी अनोखी सजा

भारत विरोधी और पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाने वाले युवक को कोर्ट ने बड़ी अनोखी शर्त पर जमानत दी है. भारत के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था.

रईसी से जीना है तो खुद कमाइए, पत्नी ने खर्च के लिए मांगे 6 लाख रुपये महीना, जज साहिबा ने कह दी ये बात

कर्नाटक हाईकोर्ट में एक महिला के 6 लाख रुपये महीना गुजारा भत्ता मांगने पर कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई है. इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

अदालत में आधे घंटे देर पहुंचे पुलिसकर्मी, जज साहब ने दे दी घास काटने की सजा

Maharashtra News in Hindi: कोर्ट में आधे घंटे की देरी से पहुंचे दो पुलिसकर्मियों को जज साहब ने घास काटने की सजा दे डाली.

मनीष सिसोदिया को कोर्ट से मिली राहत, दिवाली से पहले बीमार पत्नी से कर सकेंगे मुलाकात

Manish Sisodia News: मनीष सिसोदिया ने एक आवेदन दायर कर पत्नी से मुलाकात करने के लिए अनुमति मांगी थी. उन्हें सीबीआई ने उन्हें 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था.

Calcutta High Court की टिप्पणी पर छिड़ी बहस, “यौन इच्छाओं पर कंट्रोल रखें नाबालिग लड़कियां”

कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए ऐसी टिप्पणी की है जिस पर विवाद होना तय है. एक केस में सुनवाई के बाद फैसला सुनाते हुए हाई कोर्ट ने कहा कि adolescent girls यानी जो लड़कियां किशोरावस्था में हैं उनको अपने Sexual Desires को कंट्रोल में रखना चाहिए और दो मिनट के pleasure पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए. क्या है ये मामला डिटेल में समझते हैं.

सौम्या से लेकर जिगिशा और जेसिका लाल से नीतीश कटारा तक: दो-दो केसों में शामिल रहनेवाले गुनहगार

Famous murder cases of Delhi: दिल्ली के कुछ चर्चित हत्याकांड हैं जेसिका लाल, नीतीश कटारा, सौम्या विश्वनाथन और जिगिशा घोष. खास बात यह है कि जिगिशा घोष और सौम्या विश्वनाथन केस में कॉमन मुजरिम हैं और इसी तरह जेसिका लाल और नीतीश कटारा केस में विकास यादव शामिल रहा है. पढ़ें विस्तार से.

सोशल मीडिया की बच्चों को लग रही है लत, सरकार तय करे उम्र, कर्नाटक हाई कोर्ट ने कही यह बात

Karnataka High Court: कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा है कि बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाना सबसे अच्छा होगा. इसके साथ सरकार को कई और सलाह दी है.

10 दलितों की हत्या के मामले में 42 साल बाद आया फैसला, 90 साल के दोषी को आजीवन कारावास की सजा

UP News Hindi: 10 दलितों की नृशंस हत्या के मामले में फिरोजाबाद कोर्ट ने 42 साल बाद सजा सुनाई है. इसके साथ ही 90 साल के बुजुर्ग पर जुर्माना भी लगाया गया है.